- नीली बत्ती लगी फॉर्च्यूनर, डिफेंडर व इनोवा कार के अलावा फर्जी दस्तावेज बरामद
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। लिबास शानदार, बातें किसी अफसर से कम नहीं, लेकिन भीतर से जालसाजी की दुर्गंध। इंस्पेक्टर वजीरगंज दल-बल के साथ कारगिल शहीद पार्क के पास वाहन चेकिंग कर रहे थे कि इसी दौरान नीली बत्ती लगी VIP कार गुजरी इंस्पेक्टर ने रूकने का इशारा किया। तभी कार के भीतर बैठा शख्स बड़े ही रौब से कहा कि मैं एक आईएएस अधिकारी हूं जानते नहीं हो दो मिनट… यह बातें सुनते ही थोड़ी देर के लिए इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश कुमार त्रिपाठी सहम गए। कुछ संदेह होने पर इंस्पेक्टर हिम्मत जुटाते हुए सवालों की झड़ी लगा दी। तभी उसकी बातों में विरोधाभास दिखी । पुलिस ने वाहन को सड़क से किनारे लगाते हुए फिर सवाल झोंका तो वह टूट गया इस पर पुलिस ने उसे धरदबोचा।
पुलिस को नीली बत्ती लगी फॉर्च्यूनर, डिफेंडर व इनोवा सहित छह गाडियां बरामद होने के साथ-साथ फर्जी सचिवालय पास कई फर्जी कागजात बरामद हुए हैं। इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम सौरभ त्रिपाठी बताया। बताते चलें कि बुधवार को इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश कुमार त्रिपाठी पुलिस बल के साथ कारगिल शहीद स्मारक के पास वाहन चेकिंग कर रहे थे कि इसी नीली बत्ती लगी वीआईपी कार दनदनाती हुई गुजरती देख पुलिस ने उसे रूकने का इशारा किया तो इमरजेंसी ब्रेक लेते हुए कार रोका और कहा जानते नहीं हो मैं एक IAS अधिकारी हूं। बताया जा रहा है कि खुद को आईएएस अफसर बताते हुए पुलिसकर्मियों ने को अर्दब में लेने के लिए फर्जी विजिटिंग कार्ड थमा दिया। सिपाहियों ने कार में झांककर देखा तो अंदर दो लाल-नीली बत्ती रखी मिली। सख्ती से पूछताछ में युवक की पोल खुल गई। वजीरगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपी की पहचान मऊ जिले के सराय निवासी सौरभ त्रिपाठी के रूप में हुई है। आरोपित नोएडा के गरिमा विहार सेक्टर-35 में भी रहता था। वह गोमती नगर विस्तार के शालीमार वन वर्ड बिल गेडियर कोट में भी रह रहा है। उससे पूछताछ कर पुलिस अन्य जानकारी जुटा रही है। इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है और यह खुद को IAS अफसर बताते हुए अबतक कईयो लोगों को निशाना बना चुका है।
