कारागार विभाग में स्टाफ कार आवंटन में हुआ खेल!

  • फील्ड अफसर को खटारा, संयुक्त सचिव को मिली नई कार
  • शासन की पुरानी स्टाफ कार सुलतानपुर जेल अधीक्षक को हुई आवंटित

राकेश यादव

लखनऊ। कारागार विभाग में अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही में पक्षपात किए जाने का मामला जगजाहिर है। अब इस विभाग में वाहन आवंटन में दोहरा मापदंड अपनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। विभाग ने फील्ड में काम करने वाले अधीक्षक को विभाग के संयुक्त सचिव की पुरानी कार और उन्हें घर से ऑफिस जाने के लिए नई बोलरो कार आवंटित की गई है। यह मामला विभागीय अफसरों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश की कई जेलों में वरिष्ठ अधीक्षक और अधीक्षक के पास वाहन नहीं होने से उन्हें तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इसकी शिकायत मुख्यालय के आला अफसरों को लगातार मिल रही थी। बताया गया है कि आजमगढ़, मऊ, प्रतापगढ़, सुलतानपुर जिला कारागार अधीक्षक के अलावा केंद्रीय कारागार वाराणसी और बरेली के वरिष्ठ अधीक्षकों के सरकारी वाहन नहीं होने से हो रही दिक्कतों का हवाला देते हुए लगातार वाहन की मांग की जा रही थी।

सूत्रों का कहना है कि बीती 13 अगस्त को अपर महानिरीक्षक कारागार (प्रशासन) ने वाहन आवंटन की एक सूची जारी की है। वाहन आवंटन में सबसे ज्यादा चौकाने बात यह देखने को मिली की विभाग के संयुक्त सचिव की पुरानी बोलेरो कार सुलतानपुर जेल अधीक्षक को आवंटित कर दी गई है। संयुक्त सचिव को नई बोलेरो कार दी गई। ऐसा तब किया गया है जब सुलतानपुर जेल अधीक्षक को सुलतानपुर के साथ अमेठी जनपद में निर्माणाधीन जेल का नोडल अफसर भी नियुक्त किया गया। ऐसे में उनका सुलतानपुर से अमेठी आवागमन बराबर लगा रहता है।

सुलतानपुर से अमेठी आवागमन करने वाले फील्ड अफसर को पुरानी और घर से ऑफिस आने वाले अफसर को नई कार आवंटित किए जाने को लेकर विभागीय अफसरों में तमाम सवाल उठाए जा रहे है। इसको लेकर चर्चा है कि वाहन आवंटित करने में भी मुख्यालय के आला अफसरों ने पक्षपात करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी है। यही वजह है फील्ड में काम करने वाले अफसर को पुरानी और ऑफिस वर्क करने वाले अधिकारी को नई कर आवंटित कर दी गई। उधर विभागीय अधिकारी इस मसले पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।

चार अफसरों को नई और पांच को मिली पुरानी गाड़ियां

एआईजी कारागार प्रशासन की जारी सूची में जिला कारागार आजमगढ़, मऊ और केंद्रीय कारागार वाराणसी के साथ संयुक्त सचिव कारागार को नई बोलेरो कार दी गई है, वहीं दूसरी ओर डीआईजी अयोध्या परिक्षेत्र को जेटीएस की कार दी गई है।

इसके अलावा 2012 में खरीदी गई बोलरो मुख्यालय से संत कबीर नगर को, 2016 की मऊ की बोलेरो केंद्रीय कारागार बरेली को, 2019 में आजमगढ़ को दी गई बोलेरो प्रतापगढ़ को दी गई है। बगैर क्रय वर्ष का हवाला दिए संयुक्त सचिव के यहां लगी बोलेरो को सुलतानपुर जेल अधीक्षक को आवंटित किया गया है।

Crime News Raj Dharm UP

सख्ती: कोडीन के इस्तेमाल को लेकर यूपी के 28 जिलों की 128 फर्मों पर मुकदमा दर्ज

सूबे के मुख्यमंत्री के निर्देश पर औषधि प्रशासन की ताबड़तोड़ छापेमारी, लाखों की अवैध दवाएं जब्त आधा दर्जन से अधिक तस्कर गिरफ्तार, अवैध दवाओं की आवाजाही पर रोक लगाने को लेकर जारी हुआ व्हाट्सएप नंबर ए अहमद सौदागर लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार युवाओं को नशे की आगोश में धकेलने वाले अवैध नशे के […]

Read More
homeslider Raj Dharm UP

सख्ती: कोडीन के इस्तेमाल को लेकर यूपी के 28 जिलों की 128 फर्मों पर मुकदमा दर्ज

मुख्यमंत्री के निर्देश पर औषधि प्रशासन की ताबड़तोड़ छापेमारी, लाखों की अवैध दवाएं जब्त आधा दर्जन से अधिक तस्कर गिरफ्तार, अब तक 128 एफआईआर दर्ज  अवैध दवाओं की आवाजाही पर रोक लगाने को लेकर जारी हुआ व्हाट्सएप नंबर ए अहमद सौदागर लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार युवाओं को नशे की आगोश में धकेलने वाले […]

Read More
homeslider Raj Dharm UP

अखिलेश का चुनाव आयोग पर सीधा हमला

“पीडीए वोटरों के नाम काटने की साजिश, SIR तुरंत रोको, नहीं तो सड़क पर उतरेंगे!” लखनऊ। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर जोरदार हमला बोला। X पोस्ट और प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश ने आरोप लगाया कि […]

Read More