DM के नेतृत्व में कृषि वैज्ञानिकों ने निचलौल में गोसदन मधवलिया का किया स्थलीय निरीक्षण

  • उगाए जाएंगे नये प्रजाति के घास, गायों को पूरे साल मिलेगा हरा चारा

उमेश चन्द्र त्रिपाठी

महराजगंज। महराजगंज जिले में गोसदन मधवलिया को स्वावलंबी बनाने और जनपद के गोआश्रय स्थलों को हरे चारे की आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु जिलाधिकारी श्री अनुनय झा ने भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान झांसी के वैज्ञानिकों के साथ गोसदन मधवलिया का स्थलीय निरीक्षण किया और उनके साथ विस्तृत चर्चा की। जिलाधिकारी ने भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों से गोसदन को चारा उत्पादन में और चारा बीज विकास की दृष्टि से स्वावलंबी बनाने पर विस्तार से चर्चा करते हुए उनके विचारों को सुना। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को अनुसंधान केंद्र की स्थापना हेतु जल्द से जल्द प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने चारा उत्पादन हेतु आवश्यक भूमि को तैयार करने हेतु भूमि संरक्षण अधिकारी को भी डीपीआर भेजने का निर्देश दिया। तत्काल चारा उत्पादन हेतु भूमि की जुताई करने के लिए कृषि विभाग को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी आवश्यक कार्य मार्च के अंत तक संबंधित अधिकारी पूर्ण करना सुनिश्चित करें।

इससे पूर्व कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि आरंभिक तौर गोसदन मधवालिया में एमपी चरी,गिनी घास,नेपियर हाइब्रिड,दशरथ घास आदि बहुवर्षीय घास का उत्पादन लगभग 35 एकड़ में किया जाएगा साथ ही शासन द्वारा स्वीकृत होने के उपरांत यहां पर चारा अनुसंधान केंद्र की भी स्थापना होगी, जो पौष्टिक चारे के उत्पादन हेतु शोध का कार्य करेगी। इस हेतु डिप्टी सीवीओ निचलौल और जिला कृषि अधिकारी को आवश्यक प्रशिक्षण हेतु भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान झांसी भेजा जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे न सिर्फ गोसदन मधवलिया बल्कि जनपद के अन्य गोआश्रय स्थलों को भी पौष्टिक चारे की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। साथ ही विपरीत ऋतुओं में भी हरे चारे की उपलब्धता को साइलेज के माध्यम से सुनिश्चित किया जा सकेगा।

भारतीय चारागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान झांसी के वैज्ञानिक डॉ अवनींद्र कुमार सिंह ने बताया कि IGFRI झांसी पूरी परियोजना में वैज्ञानिक और तकनीकी सलाहकार का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि गोसदन मधवलिया में न सिर्फ जनपद की चारा आवश्यकता बल्कि सम्पूर्ण पूर्वांचल की चारा आवश्यकता को पूरा करने की क्षमता रखता है। जिला प्रशासन की यह पहल बेहद सराहनीय है और निश्चित जनपद सहित प्रदेश में गो संरक्षण और संवर्द्धन की दिशा में यह मील का पत्थर साबित होगा। बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ यूएन सिंह, IGFRI के कृषि वैज्ञानिक डॉ आर.बी. कुमार व डॉ एस.के. सिंह, उपनिदेशक कृषि रामशिष्ट, जिला कृषि अधिकारी वीरेंद्र कुमार, एसडीएम निचलौल मुकेश कुमार सिंह, बीडीओ निचलौल शमा सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

Purvanchal

सोनौली से दिल्ली तक विना परमिट की अवैध बसों का संचालन पुनः शुरू

सोनौली में मुख्यमंत्री के निर्देश की उड़ाई जा रही है धज्जियां, फिर चलने लगी डग्गामार बसें बीते दिनों मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिना परमिट की चल रहीं पांच बसों को ARTO ने किया था सीज सुरक्षा एजेंसियों की मिली भगत से इन्हीं बसों से हो रही है बड़े पैमाने पर तस्करी, प्रशासन सुस्त पड़ा परिवहन […]

Read More
Purvanchal

बिहार बलिया बार्डर पर अवैध वसूली करते पकड़े गए थानेदार दीवार कूदकर फरार

नरही थाने में हो रहा था कुछ ऐसा, अचानक पहुंचे डीआईजी और निलंबित हो गई पूरी चाैकी दो सिपाही सहित 16 गिरफ्तार, डीजीपी ने सख्त कार्यवाही का दिया निर्देश नया लुक ब्यूरो बलिया। उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिले बलिया में पुलिस खुल कर उगाही और वसूली का खेल करती है। अब तक यह बात केवल […]

Read More
Purvanchal

कानपुर में अपने नए एक्सक्लूसिव स्टोर लॉन्च के साथ भारतीय रिटेल स्ट्रेटेजी को सुदृढ़ कर रहा एसुस

भारत, 23 जुलाई, 2024: देश भर में ब्रैंड के रिटेल फुटप्रिंट को सुदृढ़ करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए, ताइवान की टेक जायंट कंपनी, एसुस इंडिया ने आज कानपुर में अपने नए एक्सक्लूसिव स्टोर को शुरू करने की घोषणा की है। यह नवीनतम एक्सक्लूसिव स्टोर 300 वर्ग फुट में फैला हुआ है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स […]

Read More