
हर दिन कुछ खास लेकर आता है। इस दिन क्या पर्व है और क्या तिथि है, इस बारे में जान लेने से हमें कई फायदे होते हैं। एक दिन के अंदर एक बार राहुकाल आता है, जो हमें कहता है कि इस समय आपको थोड़ी सावधानी बरतनी है। साथ ही पंचाग हमें ये भी बताता है कि आज किस दिशा की ओर दिशाशूल है। यदि हमें मजबूरन यात्रा भी करनी है, तो वह उसका निदान भी बताता है। इसलिए नया लुक आपको नित्य पंचाग देता है, देखिए और लाभ लीजिए।
दिनांक – 29 मार्च 2023
दिन – बुधवार
विक्रम संवत – 2080
शक संवत – 1945
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत ॠतु
मास – चैत्र
पक्ष – शुक्ल
तिथि – अष्टमी रात्रि 10:01 तक तत्पश्चात नवमी
नक्षत्र – आर्द्रा रात्रि 09:07 तक तत्पश्चात पुनर्वसु
योग – शोभन रात्रि 01:16 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
राहुकाल – दोपहर 12:00 से दोपहर 13:30 तक
सूर्योदय- 05:54
सूर्यास्त – 18:06
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण – दुर्गा अष्टमी,अशोका अष्टमी,भवानी प्राकटय,बुधवारी अष्टमी (सूर्योदय से रात्रि 10:01 तक)