
हर दिन कुछ खास लेकर आता है। इस दिन क्या पर्व है और क्या तिथि है, इस बारे में जान लेने से हमें कई फायदे होते हैं। एक दिन के अंदर एक बार राहुकाल आता है, जो हमें कहता है कि इस समय आपको थोड़ी सावधानी बरतनी है। साथ ही पंचाग हमें ये भी बताता है कि आज किस दिशा की ओर दिशाशूल है। यदि हमें मजबूरन यात्रा भी करनी है, तो वह उसका निदान भी बताता है। इसलिए नया लुक` आपको नित्य पंचाग देता है, देखिए और लाभ लीजिए।
दिनांक – 27 मार्च 2023
दिन – सोमवार
विक्रम संवत – 2080
शक संवत – 1945
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत ॠतु
मास – चैत्र
पक्ष – शुक्ल
तिथि – षष्ठी शाम 05:27 तक तत्पश्चात सप्तमी
नक्षत्र – रोहिणी शाम 03:27 तक तत्पश्चात मृगशिरा
योग – आयुष्मान दोपहर 11:20 तक तत्पश्चात सौभाग्य
राहुकाल – सुबह 08:09 से सुबह 09:41 तक
सूर्योदय- 06:37
सूर्यास्त – 18:50
दिशाशूल – पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण –
विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)