
देवांस जायसवाल
महराजगंज। सोनौली कस्बे को नगर पंचायत का दर्जा मिले 5 साल हो चुके हैं, फिर भी अभी भी कई जगहों पर मूलभूत सुविधाओं का अकाल पड़ा हुआ है। जहां गांधीनगर के हरियाली पार्क का इलाका अधिकतम सुविधाओं से वंचित रहता है वहीं उसी वार्ड के पाठक टोला में नाली एवं रोड की अव्यवस्था साफ दिखती है। हरियाली गेट के भीतर रोड की जगह खड़ंजा भी देखने को नहीं मिलता ऐसे मे नाली की क्या बात किया जाए। वार्ड में रहने वाले राहुल श्रीवास्तव का कहना है कि पिछले साल मॉस्किटो फॉगिंग देखने को नहीं मिला और इस साल मच्छरों का प्रकोप चरम पर है परंतु किसी प्रकार की फॉकिंग या छिड़काव नगर पंचायत द्वारा नहीं कराया गया है। एक और निवासी शिव कुमार शुक्ला का कहना है कि हमें यहां पर अपना मकान बनाए दो साल से अधिक समय बीत चुका है।
परंतु रोड एवं बिजली के पोल ना होने की दशा में हम यहां से कहीं और जाने को मजबूर हैं। ऐसी दुश्वारियों के बीच नगर पंचायत के कर्मचारी किस हक से गृह कर वसूलते हैं समझ से परे है। वार्ड नंबर छह गांधीनगर के एक युवा नागरिक अमन जायसवाल ने बताया कि नगर पंचायत की ऐसी तमाम सरकारी जमीन मौजूद हैं जिस पर यदि पंचायत चाहे तो बच्चों के खेलने के लिए पार्क एवं गाड़ी खड़ा करने के लिए कार एवं ट्रक पार्किंग बनाकर आमदनी कमा सकती है जिससे कि नगर में सबसे बड़ी समस्या रोड जाम की है वह कुछ हद तक कम हो सकती है। सोनौली की जनता को अभी मूलभूत सुविधा पाने में कितने वर्ष और लगेंगे या कहना मुश्किल सा लगता है क्योंकि जनता के प्रतिनिधि अपनी वाह वाही लूटने में लगे हैं एवं काम चोरी का ठीकरा एक दूसरे के सिर मढ़ने में।