कई प्राचीन मंदिर व रानी महल बने आकर्षण का केंद्र
श्रीनगर की ऊंची पहाडियों तक जाते हैं पर्यटक
राजेश जायसवाल
भैरहवा/नेपाल। पर्यटन की दृष्टि से नेपाल के पहाड़ी वादियों का कोई सानी नहीं। यहां का ज़र्रा ज़र्रा रमणीय है,हर पड़ाव प्राकृत की गोद है। पिछले कुछ वर्षों से नेपाल का बुटवल और पाल्पा के चुनिंदा स्थल पर्यटकों को अपनी ओर खींच रहे हैं। इस बार भी नव वर्ष में भारी संख्या में भारतीय पर्यटकों का यहां जमावड़ा देखने को मिला।
बुटवल से महज 35 किलोमीटर दूर पहाड़ों में स्थित पाल्पा के विभिन्न मंदिर व आकर्षक स्थल पर्यटकों को लुभा रहे हैं।नव वर्ष पर भारी संख्या में पर्यटक पाल्पा पहुंचे। जहां पैराग्लाइडिंग , रिवर राफ्टिंग व जीप लाईन के रोमांच का मजा लिया। तानसेन नगर पालिका अध्यक्ष संतोष लाल श्रेष्ठ ने जानकारी देते हुए बताया कि तानसेन तथा आसपास के दार्शनिक वह घूमने जैसी जगहों का प्रचार प्रसार न होने के नाते यहां पर आने वाले पर्यटकों की संख्या काफी कम रहा करती थी।
अब जब हम इसके प्रचार प्रसार में रुचि लेने लगे हैं तो यहां पर्यटकों का आना जाना शुरू हुआ। उन्होंने बताया कि पाल्पा जिले में तमाम ऐसे जगह हैं जो घूमने के लिए पर्यटकों को काफी पसंद आते हैं । जिले में पैराग्लाइडिंग जिपलाईन, रिवर राफ्टिंग के अलावा ऐतिहासिक मंदिर भी है जो पर्यटकों और श्रद्धालुओं को लुभाती है। जिले का सबसे पुराना नगरपालिका तानसेन है। तानसेन के आसपास मठ मंदिर, श्रीनगर की ऊंची पहाडियां , रानी महल, नाथ संप्रदाय की भगवान भैरव का अति प्राचीन मंदिर है जहां दर्शन के लिए लोग जाते हैं।
पाल्पा जिले का मुख्यालय भी है, जो अपने ऐतिहासिक और धार्मिक विचारों के लिए प्रसिद्ध है।यह लुम्बिनी प्रदेश का एक बहुत ही सुन्दर क्षेत्र है। सोनौली सीमा से करीब 80 किलोमीटर दूरी पर स्थित तानसेन नगर पालिका 109.8 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।
तानसेन के चौतरफा एरिया को पूरब में बागनसकली जिला , पश्चिम में रिबडीकोट जिला, दक्षिण में उत्तरमासंग्जा जिला और तन्हू जिला की सीमा स्पर्श करती है। जिले की मुख्य बस्तियां शहर के दक्षिणी भाग में स्थित है। तानसेन नगर पालिका बहुत पुरानी नगर पालिका है। एसपी पाल्पा जनक शाही का कहना है कि पाल्पा क्षेत्र पर्यटकों के लिए काफी रमणीय है। यहां पर्यटकों की सुरक्षा व मदद के लिए पुलिस हमेशा तत्पर रहती है।