नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने टेरर फंडिंग की कमर तोड़ने के लिए नोटबंदी की थी और तब 2000 का नोट मार्केट में प्रचलन में आया लेकिन अब इस बात की चर्चा शुरू हो गई है। कि क्या इस नोट के प्रचलन को बंद किया जा रहा है।
सोमवार को राज्यसभा में 2000 के नोट का मुद्दा खुद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा सांसद सुशील मोदी ने उठाया। उऩ्होंने संसद के बाहर मीडिया से कहा कि आज सामान्य व्यापार में यह कहीं भी इस्तेमाल नहीं हो रहा है। तीन वर्षों से RBI ने भी प्रिंटिंग बंद कर दी है। वहीं, एक और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने संसद में बोलते हुए इशारों-इशारों में कह दिया कि सरकार कभी भी इसे बंद करने की घोषणा कर सकती है। (BNE)