Sanatan Culture
विश्व में सनातन संस्कृति की पताका लहराने का संकल्प
विशेष संवाददाता नई दिल्ली। विश्व में सनातन संस्कृति की पताका लहराएगी। विश्व शांति के लिए सनातन एक औषधि है। सनातन को अपनाए बिना युद्ध से जूझ रहे अराजक परिवेश से मानवता को मुक्ति नहीं मिल सकेगी। इसी संकल्प को अब एक आंदोलन का स्वरूप देते हुए भारत की राजधानी दिल्ली से एक शुरुआत की गई […]
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The biggest news of Kumbh Nagar : उचित समय पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का निर्णय
स्वयंभू शंकराचार्य सनातन की परंपरा नही भगवान आदि शंकराचार्य की पद्धति से चयनित सन्यासी ही शंकराचार्य सनातन की सर्वोच्च पीठ का आचार्य स्वघोषित नहीं हो सकता आचार्य संजय तिवारी उत्तरामनाय ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य पद का विवाद अब प्रयागराज कुंभ में एक निर्णायक मोड पर आ गया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने एक स्वर […]
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प्रयाग से निकली धारा से सृजित हुई काशी और अयोध्या की एक नई सनातन त्रिवेणी
मौन की साधना, मौनी अमावस्या सनातन संस्कृति में मौन का अद्भुत महत्व है। मौन की साधना भी अद्भुत है। इस मौन का पूरा महाविज्ञान शास्त्रों में वर्णित है। इस मौन की साधना को सनातन ने अपनी लोक शैली और जीवन संस्कृति में समाहित कर लिया है। माघ मास की अमावस्या जिसे मौनी अमावस्या कहते हैं। […]
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Special Articles : सात्विक राजनीति के उन्नायक बन कर उभरे हैं योगी आदित्यनाथ
सनातन संत के संयोजन में प्रयागराज कुंभ 2025 आचार्य संजय तिवारी सनातन संत के संयोजन में प्रयागराज कुंभ का अद्भुत स्वरूप उभर रहा है। वैश्विक पटल पर सनातन की गूंज है। विश्व आश्चर्य चकित है। कई देशों की उतनी आबादी नहीं है जितने श्रद्धालु प्रतिदिन पवित्र त्रिवेणी में स्नान कर रहे हैं। जिस तरह से […]
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प्रयागराज कुंभ : बारूदी धुएं में कराह रही मानवता के कल्याण के लिए उदघोष
आज इसे अवश्य लगा लीजिए, चित्र में युद्ध और कुंभ दोनों प्रयोग कीजिए, विश्व संत्रस्त है। अनेक देश युद्ध की विभीषिका में हैं। मानवता कराह रही है। स्त्रियों, वृद्धों, मासूम बच्चों की लाशें गिनती से बाहर हैं। पश्चिम में बारूद ही बारूद है। भारत के पास पड़ोस में भी बारूदी धुएं से वातावरण दूषित है। […]
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काशी के बाबा विश्वनाथ का प्रतिरूप हैं प्रयाग के बाबा लोकनाथ
स्कंद पुराण के रेवा खण्ड में मिलता है लोकनाथ महादेव का वर्णन शिवरात्रि के दिन मंदिर से निकलती है प्रयाग की ऐतिहासिक शिव बारात प्रयागराज में बसा है प्रसिद्ध लोकनाथ मोहल्ला महाकुम्भनगर। सनातन संस्कृति और आस्था की प्राचीनतम् नगरियों में से एक है प्रयागराज। पौराणिक मान्यता है कि समस्त पुरियों और तीर्थों के राजा होने […]
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प्रयागराज में स्थित है महर्षि दुर्वासा का आश्रम, जिनके श्राप के कारण हुआ था समुद्र मंथन
वैदिक ऋषि अत्रि और माता सती अनुसुइया के पुत्र हैं महर्षि दुर्वासा प्रयागराज के झूंसी में गंगा तट पर स्थित है महर्षि दुर्वासा का आश्रम महर्षि दुर्वासा द्वारा स्थापित शिवलिंग के पूजन से मिलता है अभयदान महाकुम्भ में पर्यटन विभाग ने करवाया है दुर्वासा आश्रम और शिव मंदिर का जीर्णोद्धार प्रयागराज । सनातन संस्कृति में […]
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