- रंगदारी, हत्या व लूट सहित कई संगीन मामले अलग-अलग जिलों में दर्ज थे
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। आतंक का पर्याय बने एक लाख रुपए के इनामी कुख्यात बदमाश और शामली जिले की पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में पूर्वांचल के माफिया रहे मुख्तार अंसारी व सात जून 2023 लखनऊ कचहरी यूपी के संजीव जीवा गैंग के कुख्यात बदमाश को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया।
बताया जा रहा है कि मारे गए बदमाश फैसल पर शामली व मुजफ्फरनगर में कुल 17 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, इनमें हत्या व लूट के दो मुकदमे भी शामिल हैं। मुठभेड़ के दौरान मौके का फायदा उठाते हुए दूसरा बदमाश मौके से भाग निकला।
बताया जा रहा है कि मारे गए बदमाश पर मुजफ्फरनगर में रेलवे स्टेशन पर पुलिस कस्टडी में आसिफ नाम के एक शख्स की हत्या का भी आरोप था। मुठभेड़ में एसओजी पुलिस का एक सिपाही भी गंभीर रूप से घायल हुआ है। पुलिस को मौके से ऑटोमेटिक पिस्टल व कारतूस बरामद हुए हैं।
लूट के बाद हरकत में आई थी पुलिस
पुलिस अफसरों ने बताया कि के गुरुवार देर शाम कैराना कोतवाली क्षेत्र स्थित बरनामी गांव निवासी जीतराम मेरठ-करनाल हाईवे से अपने गांव जा रहे थे कि जैसे ही वह गांव वेदखेड़ी के पास पहुंचे कि मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने असलहे के दम उनसे तीन हजार रुपये और मोबाइल लूट लिया। एसपी एनपी सिंह ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एसओजी, सर्विलांस और थाना पुलिस को लगाया था।
इस तरह पुलिस और बदमाश में हुई मुठभेड़
बताया जा रहा है कि ऊन- चौसाना मार्ग पर गांव भोगी माजरा के निकट चेकिंग कर रही थी कि इसी दौरान मोटरसाइकिल सवार को पुलिस ने रुकने का इशारा किया। इस पर बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग झोंकनी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। बदमाशों की फायरिंग में एसओजी का सिपाही दीपक भी जख्मी हुआ। अस्पताल लाने पर चिकित्सकों ने बदमाश फैसल को मृत घोषित कर दिया। घायल सिपाही को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
मुख्तार अंसारी गैंग का शूटर संजीव जीवा का दाहिना हाथ था शूटर
पुलिस अफसरों के मुताबिक मारे गए बदमाश की पहचान फैसल निवासी खालापार मुजफ्फरनगर के रूप में हुई। वह मूल रूप से मेरठ के लिसाड़ी गेट का रहने वाला था और खालापार में रह रहा था। उस पर एक लाख का इनाम घोषित था। वह पश्चिमी यूपी के कुख्यात बदमाश रहे संजीव जीवा व पूर्वांचल के मुख्तार अंसारी गैंग का शार्प शूटर था। मारे गए बदमाश पर लूट, हत्या, रंगदारी सहित दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह शामली में मंगलौरा में हत्या और महिलाओं से कुंडल लूट में वांछित चल रहा था। पुलिस को मौके से दो मोटरसाइकिल, दो पिस्टल 32 बोर व जिन्दा कारतूस की बरामद हुए हैं। बताया जा रहा है कि मारे गए बदमाश पर मुजफ्फरनगर के रेलवे स्टेशन पर पुलिस कस्टडी में एक आसिफ जादा नाम के शख्स की हत्या का भी आरोप था।
लखनऊ की भरी अदालत में मारा गया था मुख्तार अंसारी गैंग का शूटर संजीव जीवा
बताते चलें कि सात जून 2023 को जेल में बंद 48 वर्षीय मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा कैसरबाग स्थित सेशन कोर्ट में दस पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में पेशी पर लाया गया था। उसकी पेशी होने वाली थी कि इसी दौरान वकील के ड्रेस में बदमाश और कोर्ट रूम में घुसते ही ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर जीवा को छलनी कर दिया था। जीवा की अभिरक्षा में तीन पुलिसकर्मी भी गोली लगने से घायल हुए थे। यही नहीं पेशी पर आई एक महिला और उनकी डेढ़ साल की मासूम बच्ची को भी गोली लग गई थी। शामली पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुआ कुख्यात बदमाश फैसल भी संजीव जीवा से कम नहीं था। बताया जा रहा है कि जिस तरह जीवा का किसी समय में आतंक था ठीक उसी तरह कुख्यात बदमाश फैसल का भी आतंक था, लेकिन कहा जा रहा है कि उल्टी गिनती तो उसी दिन से शुरू हो जाती है जब अपराधी जरायम की दुनिया में आतंक का बीज बोना शुरू कर देता है।
