लखनऊ। आगरा से झाँसी के मध्य ड्यूटी पर कार्यरत मुख्य टिकट निरीक्षक वीरेंद्र कुशवाहा द्वारा रेल सेवा के साथ-साथ मानवीय संवेदनशीलता का एक सराहनीय उदाहरण प्रस्तुत किया गया। गाड़ी के आगरा स्टेशन से प्रस्थान करने के कुछ समय पश्चात कुशवाहा को सूचना मिली कि एक लगभग तीन वर्षीय बालक कोच में अकेला लगातार रो रहा है, तथा उसके साथ कोई अभिभावक नहीं है। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए कुशवाहा ने तत्काल बालक से बातचीत कर जानकारी प्राप्त की, जिससे यह ज्ञात हुआ कि बच्चे का परिवार भूलवश आगरा स्टेशन पर ही उतर गया था और बालक गाड़ी में छूट गया था।
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घटना की सूचना मिलते ही कुशवाहा ने तुरंत वाणिज्य नियंत्रक व आगरा को अवगत कराया, बच्चे के परिवार से संपर्क स्थापित किया तथा समन्वय के माध्यम से बालक को ग्वालियर स्टेशन पर रेल सुरक्षा बल (RPF) को सुरक्षित सुपुर्द कर, उसे उसके परिवार तक सकुशल पहुँचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की। वीरेंद्र कुशवाहा का यह कार्य न केवल कर्तव्यनिष्ठा का परिचायक है, बल्कि मानवीय संवेदनशीलता और तत्परता का भी अनुकरणीय उदाहरण है। रेल प्रशासन उनकी इस सराहनीय सेवा भावना हेतु उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित करता है।
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