- सोनौली नगर पंचायत का मामला
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
सोनौली/महराजगंज। नगर पंचायत सोनौली नगर पंचायत में शॉपिंग मॉल एवं अन्य विकास कार्यों के नाम पर बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप सामने आए हैं। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि पूर्व कार्यकाल वर्ष 2023 में नगर पंचायत द्वारा लिया गया लगभग 6 करोड़ रुपये का लोन/अनुदान किस मद में व्यय किया गया- इसका अब तक स्पष्ट लेखा-जोखा सार्वजनिक नहीं किया गया है। आरोप है कि राशि के उपयोग में गंभीर अनियमितताएं हुई हैं, जिसकी तत्काल जांच की आवश्यकता है। शिकायत में यह भी आरोप है कि नगर पंचायत सोनौली को शासन से ₹173.12 लाख कार्यालय भवन निर्माण के लिए आवंटित हुए थे, लेकिन आज तक नया कार्यालय भवन नहीं बना। आरोप है कि संबंधित धनराशि का दुरुपयोग हुआ और वर्तमान में नगर पंचायत कार्यालय एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में संचालित किया जा रहा है, जो स्वयं चंदा लेकर बनाया गया था और इससे होने वाली आय भी बंद पड़ी है।
नगर पंचायत द्वारा शॉपिंग मॉल निर्माण के लिए जारी ₹42 लाख की धनराशि पर भी घोटाले का आरोप लगाया गया है। शिकायत में कहा गया है कि निर्माण कार्य पारदर्शी तरीके से नहीं हुआ और धनराशि के उपयोग में अनियमितताएं सामने आई हैं। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि नगर पंचायत को प्रतिमाह ₹40-42 लाख की राशि विभिन्न विकास एवं आवश्यक मदों में मिलती है, लेकिन विकास कार्य धरातल पर नजर नहीं आते। आरोप है कि पिछले और वर्तमान कार्यकाल में इन धनराशियों का सही उपयोग नहीं हुआ एवं बड़े पैमाने पर बंदरबांट की गई। इस संबंध में भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष शैलेश त्रिपाठी ने कहा कि सोनौली नगर पंचायत में बड़े पैमाने पर घोटाले हो रहे हैं। जनता के पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है। इसकी निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच होना चाहिये।
