मुंबई। फिल्म ‘सरफ़रोशी’, ‘बेसमेंट’ और दर्जनों हिट म्यूज़िक वीडियोज़ में नज़र आ चुके दिलजान वाडिया अब एक नई पहचान बना रहे हैं। देश के सबसे दिलकश बुटीक रिज़ॉर्ट मालिक के तौर पर। मांडवा जेट्टी से महज़ एक मिनट की दूरी पर खड़ा ‘द दिलजान रिज़ॉर्ट’ उनके व्यक्तित्व का जीता-जागता प्रमाण है।
दिलजान कहते हैं, कि मेहमाननवाजी मेरे डीएनए में है। बचपन से देखता आया हूँ कि मम्मी-पापा किसी को भूखा जाने नहीं देते थे। यही संस्कार आज उनके रिज़ॉर्ट में दिखता है। यहाँ लग्ज़री सिर्फ़ सुंदर कमरों या पूल तक सीमित नहीं यहाँ लग्ज़री है वो गर्माहट जो आपको घर लौटने का अहसास कराती है। खास बात यह है कि रिज़ॉर्ट ने एक रुपए का विज्ञापन नहीं किया। ओपनिंग के दिन दिलजान ने सिर्फ़ अपने दोस्तों को एक व्हाट्सएप मैसेज भेजा और शाम तक सारी बुकिंग फुल! आज भी 90% गेस्ट दोस्तों के दोस्त या पुराने मेहमानों के रेफरल से आते हैं।
लंदन में फिल्ममेकिंग की पढ़ाई के दौरान शेफ की नौकरी करने वाले दिलजान का जादू किचन में भी चलता है। यहाँ का पारसी ब्रेकफ़ास्ट अकुरी, सालोनी मछली, बर्रीस, घर की बनी रोटली-इतना मशहूर हो चुका है कि मुंबई-अलीबाग के फ़ूडी इसके लिए वीकेंड स्पेशल ट्रिप प्लान करते हैं। दिलजान खुद हर शाम मेहमानों से मिलते हैं, उनकी पसंद पूछते हैं और कई बार रात के खाने में हाथ भी बटाते हैं। मेहमानों का कहना है, “यहाँ लगता है हम दिलजान भाई के घर आए हैं, होटल में नहीं। बॉलीवुड की चकाचौंध छोड़कर दिलजान ने साबित कर दिया कि सच्ची लग्ज़री पैसे से नहीं, दिल से बनती है।
