तेलंगाना के की बैठक में रेवंत रेड्डी ने कहा, “हिंदू धर्म में कितने भगवान हैं? तीन करोड़? इतने सारे भगवान क्यों हैं? कुंवारे लोगों के लिए हनुमान जी, दो शादी करने वालों के लिए अलग भगवान, शराब पीने वालों के लिए अलग, मुर्गी की बलि चढ़ाने के लिए अलग, दाल-चावल चढ़ाने के लिए अलग… हर काम और हर समूह का अपना-अपना भगवान है। कोई बालाजी का भक्त, कोई हनुमान का, कोई अयप्पा का, कोई शिव का… इस तरह एकता ही नहीं है।”
इस बयान के तुरंत बाद बीजेपी और हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया। गोशामहल के विधायक टी. राजा सिंह ने तंज कसते हुए पूछा, “क्या ओवैसी के साथ गठबंधन करने के साथ-साथ रेवंत रेड्डी ने इस्लाम भी कबूल कर लिया है? ABVP से कांग्रेस में आने के बाद इनका खून बदल गया क्या?”
read more –
वाराणसी: BHU कैंपस में छात्रों-सुरक्षा बलों के बीच देर रात भयंकर पथराव और तोड़फोड़
तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष एन. रामचंदर राव ने 3 दिसंबर को पूरे राज्य में रेवंत रेड्डी के खिलाफ बड़े प्रदर्शन का ऐलान किया है। केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि जुबली हिल्स उपचुनाव के दौरान बीजेपी ने चेताया था कि कांग्रेस या बीआरएस की जीत से हिंदुओं का आत्मसम्मान खतरे में पड़ेगा, और अब रेवंत का बयान उस चेतावनी को सही साबित कर रहा है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने भी मुख्यमंत्री से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की है। हिंदू संगठनों का कहना है कि यह बयान करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर सीधा हमला है।
