- ढिलाई से हमलावरों व मारपीट करने वालों के हौसले बुलंद
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। वारदात की सूचना मिलने के बावजूद पुलिस प्रतिक्रिया समय में देरी और मुकदमे दर्ज करने के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की फितरत के चलते राजधानी लखनऊ में सरेराह व सरे शाम मारपीट करने वालों के हौसले दिनों-दिन बढ़ते जा रहे हैं। यही वजह है कि इस बीते दिनों से लेकर हाल ही में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई घटनाओं में मारपीट कर खून-खराबा करने वालों पर नकेल कसने में खाकी कमजोर पड़ती नजर आ रही है। वारदात छोटी हो या बड़ी मौके पर दो पुलिसकर्मियों के पहुंचने की आदत सी पड़ गई है। इस व्यवस्था के लिए सीधे तौर से पुलिस अफसर जिम्मेदार हैं। अगर समय रहते पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचकर मारपीट करने वालों पर लगाम लगाने दे तो खून-खराबा की नौबत न आती।
ताज़े मामलों पर गौर करें तो बीते दिनों सुशांत गोल्फ सिटी क्षेत्र में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई और मौके पर पहुंची कम फोर्स बेबस होकर खड़ी नजर आई थी जबकि इसी थाना परिसर में भी पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर हाथापाई तक हुई। उधर ठाकुरगंज क्षेत्र में बर्थडे पार्टी के दौरान मारपीट और हर्ष फायरिंग का मामला सामने आया, जबकि लखनऊ में एक और सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में दिख रहा है कि हमलावर एक व्यक्ति को पीट रहे हैं। इन घटनाओं की जानकारी मिलते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन एक-दूसरे के बीच हो रही लड़ाई को पुलिस रोकने में बेबस दिखी।
यह तो बानगी भर है इससे पहले भी राजधानी लखनऊ पुलिस कई घटनाओं के मामले में फेल साबित हुई, नतीजतन किसी का सिर फुटा या फिर किसी की जान चली गई। उदाहरण के तौर पर गुडंबा क्षेत्र स्थित आदिल नगर निवासी 25 वर्षीय दानिश को हमलावरों ने पीट-पीटकर मौत की नींद सुला दिया था।
