- करीब दस मिनट प्रभावित रहा कार्यक्रम
- विपक्ष ने इस घटना पर बोला तीखा हमला
नया लुक संवाददाता
जयपुर। प्रधानमंत्री की जनसभा के दौरान क्या टेलीप्रॉम्प्टर मौन हो सकता है, सुनने में यह बात भले ही अटपटी लग रही हो पर राजस्थान के बांसवाड़ा में पिछले दिनो सत्ता शीर्ष को असहज करने वाला कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। बांसवाड़ा के नापला गांव में प्रधानमंत्री की जनसभा के दौरान ही टेलीप्रॉम्प्टर खामोश हो गया और वीडियो स्क्रीन करीब 10 मिनट तक ब्लैंक हो गईं। दस मिनट के इस तकनीकी ब्लैकआउट की गाज राजस्थान की नौकरशाही पर गिरी । घटना से तुरंत बाद राज्य सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अर्चना सिंह को आनन-फानन आईटी एवं संचार विभाग के सचिव पद से हटाते हुए उन्हें APO ( Awaiting Posting Order) पर डाल दिया गया है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार और प्रधानंत्री को जोरदार तरीके से घेरा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांसवाड़ा रैली में के दौरान हुयी इस तकनीकी गड़बड़ी को लेकर विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। केरल कांग्रेस ने एक्स पर तीखा हमला बोला है। पार्टी ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि “देश का सबसे बड़ा वक्ता टेलीप्रॉम्प्टर फेल होने पर 10 मिनट तक खामोश हो गया। प्रशिक्षित अभिनेता स्क्रिप्ट के बिना एक शब्द भी नहीं बोल सकता। यहां तक कि उनकी वक्तृत्व कला भी नकली है।” टेलीप्रॉम्प्टर अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान डोनाल्ड ट्रंप को तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भाषण देने के लिए लगाया गया टेलीप्रॉम्प्टर अचानक काम करना बंद कर गया। ट्रंप अपना तैयार भाषण नहीं पढ़ पाए और मंच से ही नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि इस गलती के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को ‘तकलीफ’ (फटकार/कार्रवाई) झेलनी पड़ेगी। हालांकि सरकार ने 2009 बैच की आईएएस अर्चना सिंह को हटाने का कारण ‘प्रशासनिक’ बताया, मगर सत्ता के गलियारे में कहा जा रहा है कि दिल्ली और जयपुर में बैठे आला अधिकारी इस बात से बेहद नाराज थे कि आखिर प्रधानमंत्री की जनसछभा में देश के सबसे बड़े ‘ओरेटर’ का टेलीप्रॉम्प्टर कैसे अचानक मौन हो गया?

वैसे टेलीप्रॉम्प्टर के खामोश होने की यह पहली घटना नहीं है। अमेरिका में भी प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप को ऐसी ही तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था । ट्रंप भाषण दे रहे थे और टेलीप्रॉम्प्टर ने अचानक काम करना बंद कर दिया। ऐसे में ट्रंप अपना तैयार भाषण नहीं पढ़ पाए थे। उन्होंने मंच से ही इस घटना पर नाराज़गी जताते हुए जिम्मेदार व्यक्ति खरी-खोटी सुनाई और प्रशासनिक दंड देने का ऐलान कर दिया था।
वहीं इससे पहले राजस्थान में ही पिछले दिनों मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भीलवाड़ा नगर निगम में सेवा पखवाड़ा के तहत आयोजित जनसभा में अपना लिखित भाषण पढ़ने के बजाय सीधे बोलना शुरू किया और आंकड़ों में उलझ गए। उन्होंने 12 करोड़ पौधारोपण की जगह गलती से 12 लाख करोड़ पौधे लगाने की बात कह दी।
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