उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज। उपजिलाधिकारी निचलौल एवं खण्ड विकास अधिकारी मिठौरा की पत्र संख्या 4844 एस0टी0 25 सितम्बर 2025 के अनुसार, गौशाला आश्रय स्थल मदनपुरा में अनियमितताओं की जांच की गई। जांच में पाया गया कि एक मृत पशु था, जिसे एम्बुलेंस बुलाकर पोस्टमार्टम और दाह संस्कार के लिए भेजा गया। वहीं दो बीमार पशुओं का इलाज भी पर्याप्त रूप से नहीं किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया कि मृत पशु की सूचना समय पर उच्चाधिकारियों को नहीं दी गई, और उसका दाह संस्कार एवं पोस्टमार्टम भी विलंब से कराया गया। बीमार पशुओं का उपचार संतोषजनक ढंग से नहीं किया गया, जिससे आश्रय स्थल की वर्तमान स्थिति गंभीर बनी रही।
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चारा रूम में लगभग 20 बोरी साइलेज मौजूद थे, लेकिन अन्य पशु आहार के संबंध में पूछने पर केयर टेकर ने कहा कि वह ग्राम प्रधान के घर पर रखा गया है। इस पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जांच में स्पष्ट हुआ कि ग्राम पंचायत अधिकारी श्री कौशलेन्द्र कुमार कुशवाहा ने अपने दायित्वों का पालन करने में लापरवाही बरती और उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना की। विभागीय समीक्षा बैठकों में उनकी प्रगति हमेशा असंतोषजनक रही है। इसके परिणाम स्वरूप, जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा के आदेश पर जिला पंचायत राज अधिकारी महराजगंज के निर्देश पर कौशलेन्द्र कुमार कुशवाहा को तात्कालिक प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता, मंहगाई भत्ता और अन्य वेतन मानदंड नियम-63 के अनुसार दिया जाएगा। निलंबन काल में वह कार्यालय से अटैच रहेंगे और जांच अधिकारी पृथक रूप से नियुक्त किए जाएंगे।
