- जनता की भलाई के लिए साथ मिलकर काम करेंगे
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
नई दिल्ली। नेपाल में पिछले दिनों हुई व्यापक हिंसा के बाद अब अंतरिम सरकार के रूप में सुशीला कार्की ने देश की कमान संभाल ली है। सुशीला कार्की के अंतरिम प्रधानमंत्री बनने पर भारत ने उन्हें बधाई दी और दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता बनाए रखने की उम्मीद जताई। भारत ने कहा कि वे दोनों देशों की जनता की भलाई के लिए एक साथ मिलकर काम करते रहेंगे। दरअसल, युवाओं के विरोध प्रदर्शन करने के बाद नेपाल के तत्कालिक प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा, जिसके बाद नेपाल की जनता ने अपने अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में सुशीला कार्की को चुना। भारत ने सुशीला कार्की के नेतृत्व में बनी नेपाल की अंतरिम सरकार का स्वागत किया है।
भारत की तरफ से कहा गया, ‘हम नेपाल में सुशीला कार्की के नेतृत्व में नई अंतरिम सरकार के गठन का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि इससे शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। इसके आगे कहा गया कि नेपाल भारत का सबसे नजदीकी पड़ोसी है और लंबे समय से भारत के विकास का साझेदार भी रहा है। दोनों देश जनता की भलाई और तरक्की के लिए नेपाल के साथ मिलकर काम करतो रहेंगे। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौड़ेल ने सुशीला कार्की को शपथ दिलाई। ये शपथ एक औपचारिक समारोह में दिलाई गई। शपथ लेने के बाद अब सुशीला कार्की नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री बनने के साथ-साथ देश की पहली महिला प्रधानमंत्री भी बन गई हैं।
गौरतलब है कि नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन और बढ़ते भ्रष्टाचार को लेकर युवाओं ने सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कई युवाओं की जान चली गई। प्रदर्शन के दौरान युवाओं ने पूर्व प्रधानमंत्रियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। साथ ही प्रदर्शन इतना उग्र था कि युवाओं ने पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल की पत्नी को जिंदा जला दिया। इतना ही नहीं, देश के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देकर काठमांडू से भागना पड़ा, जिसके बाद युवाओं ने सुशीला कार्की को देश की सत्ता सौंपने पर सहमति जताई और कार्की देश की अंतरिम प्रधानमंत्री बन गईं।
