नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दरों में कटौती करके आम लोगों को फायदा पहुंचाने का प्रयास हुआ है लेकिन अब यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस पहल से खास लोग ही नहीं बल्कि जन सामान्य लाभान्वित हों। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि सरकार को इस बात पर भी नजर रखनी है कि क्या GST दरों में कटौती से सामान्य उपयोग की वस्तुओं की कीमतों में कमी आ रही है।
इस पर नजर रखने के लिए उसे फिर से राष्ट्रीय मुनाफाखोरी निरोधक प्राधिकरण-एनएए को सक्रिय करना पड़ेगा। इस प्राधिकरण को एक अधिसूचना के माध्यम से सरकार ने ही लगभग निष्क्रिय कर दिया था और अब उम्मीद की जानी चाहिए कि GST की नयी दरें लागू होने के बाद एनएए को फिर से सक्रिय कर दिया जाएगा। रमेश ने कहा कि केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 की धारा 171 के तहत एनएए की स्थापना इस बात पर नज़र रखने के लिए की गई थी कि क्या GST दरों में कटौती से कीमतों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि दिक्कत यह है कि NAA को निष्क्रिय कर दिया गया है।
मोदी सरकार ने पिछले साल 30 सितंबर को एक अधिसूचना जारी कर इस वर्ष एक अप्रैल से NAA को लगभग समाप्त कर दिया। GST में किये गये सुधारों का लाभ आम लोगों तक पहुंचे इस पर नजर रखने के लिए एनएए आवश्यक है। कांग्रेस नेता ने NAA की स्थिति को लेकर सरकार से सवाल पूछा कि क्या अब एनएए को नया जीवन मिलेगा। यह कैसे सुनिश्चित किया जाएगा कि दरों में कटौती का फ़ायदा सिर्फ़ कुछ ख़ास लोगों को ही न मिले।(वार्ता)
