- कुशीनगर में कॉमन सर्विस सेंटर की आड़ में बन रहे थे फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड, 5 अभियुक्त गिरफ्तार
- डिजिटल बडी नामक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से ग्राहकों से संपर्क करते थे आरोपी
कुशीनगर से अजय कुमार पाठक की रिपोर्ट
पडरौना। पुलिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। रविन्द्रनगर धूस थाना व साइबर सेल की संयुक्त टीम ने कॉमन सर्विस सेंटर की आड़ में चल रहे इस फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए 5 शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 08 लैपटॉप, 06 मोबाइल फोन, 10 सरकारी नकली मुहरें, 19 फर्जी आधार कार्ड, 15 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और ₹5100 नगद बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि गिरोह का सरगना मोहन कुमार गौड़ है, जो रोवारी, थाना रामकोला का निवासी है। वह अपने साथियों दिलीप कुमार चौधरी, बसडिला, थाना नेबुआ नौरंगिया, रजवन्त गुप्ता निवासी पटखौली थाना नेबुआ नौरंगिया, असफाक अंसारी निवासी सौरहा बुजुर्ग, थाना नेबुआ नौरंगिया और सोनू कुमार यादव निवासी चखनी भोज छपरा, थाना नेबुआ नौरंगिया के साथ मिलकर काॅमन सर्विस सेंटर की आड़ में जन्म प्रमाण पत्रों के क्यूआर कोड स्कैन कर उनका डेटा हैक करता था। इसके बाद उसमें हेरफेर कर फर्जी दस्तावेज बनाए जाते थे। यह गिरोह ‘डिजिटल बड्डी’ नामक व्हाट्सएप ग्रुप (मो. 8910563724) के माध्यम से ग्राहकों से संपर्क करता था और फर्जी प्रमाण पत्र के बदले फोन पे से भुगतान मंगवाता था।

वहीं रविन्द्रनगर धूस पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध मु0अ0सं0 09/2025 धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि, धारा 111(1), 61(2) बीएनएस एवं आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी ओमप्रकाश तिवारी, साइबर सेल प्रभारी मनोज पंत, उपनिरीक्षक जीत बहादुर यादव, अभय राय, महेन्द्र यादव, भारत विशाल, हेड कांस्टेबल राधेश्याम यादव, विमल कुमार, कांस्टेबल अमरनाथ सरोज और शुभेन्द्र उपाध्याय शामिल रहे ।
