सनसनी: किशोरी की गला कसकर हत्या, इंदिरा नहर किनारे पड़ा मिला शव

  • रेप के हत्या किए जाने की आंशका, पुलिस जांच पड़ताल में जुटी
  • गोसाईगंज क्षेत्र में हुई घटना का मामला

ए अहमद सौदागर

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में हत्या कर शव फेंके जाने का सिलसिला थम नहीं रहा है। गोसाईगंज क्षेत्र में रविवार से लापता हुई 16 वर्षीय किशोरी की हत्या कर दी गई। सोमवार सुबह उसका शव इंदिरा नहर किनारे पड़ा मिलने से सनसनी फ़ैल गई। इस सनसनीखेज वारदात ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मौके पर पहुंचे आसपास के ग्रामीणों ने रेप के हत्या किए जाने की आंशका जताई है। पुलिस के मुताबिक रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो सकेगा कि मौत कैसे हुई है।

गोसाईगंज क्षेत्र स्थित भटवारा गांव में रहने वाले जानवर कारोबारी की 16 वर्षीय बेटी रविवार रात घर से बिना बताए चली गई थी। मृतका के पिता ने बताया कि सोमवार सुबह उन्हें सूचना मिली कि इंदिरा नहर किनारे एक लाश पड़ी है। बताया गया कि जब घरवाले वहां पहुंचे तो बेटी की दशा देख दंग रह गए।
उसके गले पर किसी चीज से कसाव के निशान थे। इससे आशंका जताई जा रही है रेप की कोशिश में नाकाम हत्यारों ने मौत की नींद सुला दिया। पुलिस उपायुक्त दक्षिणी के मुताबिक कातिलों की खोज में पुलिस की टीमें लगा दी गई हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

जान बचाने के लिए लड़ी, दरिंदों के आगे घुटने टेक गई

घटनास्थल बयां कर रहा है कि किशोरी ने जान बचाने के हत्यारों से संघर्ष कर उनसे लड़ी, लेकिन बेरहम हत्यारों के आगे बेबस होकर रह गई और हत्यारे उसकी जान लेने के बाद मौके से भाग निकले। नाबालिग किशोरी की हत्या की सूचना मिलने के बाद गोसाईगंज क्षेत्र ही नहीं बल्कि अन्य क्षेत्रों के लोग दहशत में हैं। उन्हें घर से अकेले निकलने वाली बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंता सता रही है। लोग यही चर्चा कर रहे हैं कि आखिर घर से निकली किशोरी किसने शिकार बनाया। वह इंदिरा नहर किनारे कैसे पहुंच गई यह सवाल फिलहाल हर किसी को बेचैन कर रहा है।

अपराधियों के लिए इंदिरा नहर किनारा सॉफ्ट टारगेट

बेखौफ अपराधियों के लिए इंदिरा नहर इलाके में वारदात करना ज्यादा आसान है। पुलिस और सुरक्षाकर्मियों का अमला अपराधियों को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है।
राजधानी की हाईटेक पुलिसिंग पर किशोरी की हत्या के मामले ने सवालिया निशान लगा दिया है। अपराधियों की धरपकड़ के लिए पुलिस को हाईटेक बनाने के दावे खोखले साबित हो गए हैं। अपराधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस ने पूरे इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं।

हाईटेक पुलिस के इस हथियार में शायद पीड़िता तो नजर आई , लेकिन उसके साथ वारदात करने वाले कैमरे की नजर से बच निकले। हालांकि राजधानी लखनऊ पुलिस के लिए यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई बेटियां हत्यारों का निशाना बन चुकी हैं।

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