खड़े होकर करते हैं भगवान की पूजा? भूलकर भी न करें 4 गलतियां, पूजन के समय रखें इन विशेष बातों का ध्यान

खड़े होकर करते हैं भगवान की पूजा? भूलकर भी न करें 4 गलतियां, पूजन के समय रखें इन विशेष बातों का ध्यान
((ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा 9415087711))
(ज्योतिष आचार्य आकांक्षा श्रीवास्तव 9140953694)
जिंदगी में सुकून और शांति बनाएं रखने के लिए हम रोजाना ईश्वर की आराधना करते हैं या यूं कहें कि अपने दिन की शुरूआत ही हम भगवान की पूजा के साथ करते हैं. लेकिन पूजा के समय कुछ गलतियां करने से बचें.
सनातन धर्म में हर दिन सुबह-शाम भगवान की पूजा करने का विधान है. ऐसा करने से भगवान का आर्शीवाद बना रहता है और घर के सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है. पूजा करते समय कुछ जरूरी नियम होते हैं, जिनका ख्याल रखना हमारे लिए बेहद जरूरी है. यदि हम उन नियमों का पालन न करें तो इससे हमारी पूजा में दोष उत्पन्न होता है. साथ ही पूजा पूरी नहीं मानी जाती.
1. हर दिन करें अपने मंदिर को साफ
पूजा में साफ-सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी माना जाता है. नियमित रूप से पूजा करने से पहले आपको सबसे पहले देव स्थान को साफ करना चाहिए. इसके लिए आपको ख्याल रखना है कि सर्वप्रथम अपने घर के मंदिर में भगवान को किसी स्वच्छ स्थान पर रखकर पूरे मंदिर को साफ पानी से साफ करें. पूराने फूलों को हटाएं, उसके बाद अपने भगवान को स्नान कराकर अपने स्थान पर पुन: रखें और नए फूलों से अपने मंदिर को सजाएं.
2. आसन पर बैठकर ही करें पूजा
रोजाना इस बात का ख्याल रखें कि आपको पूजा आसन पर ही बैठकर करनी है. बिना आसन के पूजा शुरू न करें. शास्त्रों में भी इस बात का उल्लेख मिलता है कि बिना आसन और खड़े रहकर पूजा नहीं करनी चाहिए. शास्त्रों में कहा गया है कि आसन दिव्यता प्रदान करता है.
3. पूजा करते वक्त मंत्रों का करें जाप
जब आप पूजा करते हैं तो इस बात का आपको ख्याल रखना चाहिए कि पूजा में आप मंत्रों का जाप जरूर करें. कहा जाता है कि मंत्रों का नियमित जाप करने से मंत्र सिद्ध होने लग जाते हैं, जिसके लाभ भी मिलने लगते हैं, लेकिन इसी के साथ इस बात का भी ख्याल रखें कि मंत्रों का उच्चारण बिल्कुल सही हो. यदि आप सही उच्चारण कर सकते हैं, तभी मंत्रों को पढ़ें अन्यथा नहीं.
4. पूजा के बाद आसन को भी जरूर उठाएं
इस बात का खास तौर पर ख्याल रखें कि आपको पूजा के बाद अपने आसन को उठाना चाहिए क्योंकि कई लोग पूजा तो कर लेते हैं, लेकिन आसन को वहीं छोड़कर उठ जाते हैं. ऐसा करना सही नहीं माना जाता. कहा जाता है कि ऐसा करने से दोष लगता है. साथ ही पूजा के बाद आपको आसन पर फूल और कुमकुम चढ़ाकर और जल छिड़कर ही उठना चाहिए. तभी आपकी पूजा का पूरा फल आपको मिलता है.

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