शाश्वत तिवारी
म्यांमार में बढ़ते तनाव के मद्देनजर, विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर भारतीय नागरिकों को रखाइन प्रांत की यात्रा के प्रति आगाह किया है। इसके अतिरिक्त, विदेश मंत्रालय ने वर्तमान में रखाइन में रहने वाले भारतीय नागरिकों को क्षेत्र को तुरंत खाली करने की सलाह दी है। बढ़ती अनिश्चित सुरक्षा स्थितियों, लैंडलाइन सहित दूरसंचार संपर्क के टूटने और आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी का हवाला देते हुए, विदेश मंत्रालय ने सभी भारतीय नागरिकों से म्यांमार के रखाइन राज्य का दौरा करने से परहेज करने का आग्रह किया है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक रखाइन में पहले से मौजूद लोगों से तुरंत प्रस्थान करने को कहा गया है।
पिछले हफ्ते भारत ने म्यांमार में बिगड़ती स्थिति के बारे में अपनी आशंकाएं व्यक्त की थीं और संघर्ष के त्वरित समाधान की वकालत भी की थी। विदेश मंत्रालय की साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान भी म्यांमार संकट का जिक्र किया गया था, जिसमें हिंसा को समाप्त करने और ‘समावेशी संघीय लोकतंत्र’ की दिशा में म्यांमार की प्रगति पर जोर दिया गया था।
गौरतलब है कि म्यांमार में हाल के महीनों में हिंसा में वृद्धि देखी गई है, जो कि 2021 के बाद से जुंटा शासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुकी है। तीन जातीय अल्पसंख्यक गुटों ने पिछले साल अक्टूबर में सैन्य शासन के खिलाफ एक समन्वित आक्रमण शुरू किया था और बगावती तेवर अपना रही ये ताकतें कई शहरों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर कब्ज़ा करने में कामयाब रहीं हैं। म्यांमार की मौजूदा परिस्थितियों के कारण भारत-म्यांमार सीमा पर म्यांमार से मिजोरम में बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। फरवरी 2021 में म्यांमार में सेना द्वारा तख्तापलट किए हुए तीन साल बीत चुके हैं।