
दिलीपपुर/प्रतापगढ़। शहर से करीब 3/4 किलोमीटर दूर शिवसत ग्रामसभा है जहां जिला अस्पताल विकलांग विद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज आदि कई योजनाओं का कार्य प्रगति पर है इस कारण से उसके आसपास के क्षेत्र की जमीन की कीमत आसमान छू रही है इसलिए इस समय आसपास के क्षेत्रों की भूमियों पर भू माफियाओं की भी नजर है इसी के करीब मे स्थित चलांकपुर बाद फरोशान में ग्राम सभा की बंजर भूमि जिसे वृक्षारोपण हेतु संरक्षित किया गया है जो करीब 6 बीघा के आस पास है जिसपर वृक्षारोपण हुआ था एवम तारबंदी भी हुई थी इस पर भूमाफियाओं ने प्लाटिंग करने के लिए समतलीकरण कराकर कब्जा कर लिया है। अब उसपर एक भी वृक्ष नहीं बचे हैं।
इसकी शिकायत ग्रामवासियों ने राजस्व विभाग से कई बार किया। जिससे तहसीलदार द्वारा लिखित रूप से कब्जा मुक्त कराने के लिए नायब तहसीलदार के नेतृत्व मे कानूनगो एवम लेखपालों की एक टीम गठित की गई जिसमें अमृतलाल स्वामीनाथ पटेल अनिल सरोज राजदेव यादव आदि थे। इन लोगों की मौजूदगी मे भू मापन करके ग्रामसभा की भूमि को अलग किया गया एवम वृक्षारोपण हेतु संरक्षित इस भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा कब्जा करके बनाई गई सड़क की खुदाई कराकर कब्जा मुक्त कराया गया एवम कब्जा मुक्त कराकर ग्रामप्रधान के निगरानी मे दे दिया गया।
राजस्व टीम एवं पुलिस बल के लौटने के पश्चात भू माफियाओं ने उस रास्ते का पुनः समतलीकरण करके अपने कब्जे में ले लिया। किंतु राजस्व टीम की लापरवाही वा प्रधान की मिलीभगत से कब्जा मुक्त कराई गई भूमि पुनः भूमाफियाओं के कब्जे मे चली गई ।
इस संदर्भ मे जब हमारे संवाददाता ने लेखपाल अमृतलाल से बात की क्या कोई कार्यवाही या शिकायत इस संदर्भ मे दर्ज कराई गई है तो उनका जवाब था की हमने अपने उच्चाधिकारियों के संज्ञान में दे दिया है जैसा अधिकारी निर्देश देंगे वैसे कार्य होगा। यदि इसी तरह भू माफिया अपना दबदबा बनाए रखेंगे तो योगी सरकार का भू माफियाओं से मुक्त सरकारी भूमि का सपना कैसे साकार होगा । क्योंकि ग्रामवासी नाम न छापने की शर्त पर यही कह रहे हैं की भू माफियाओं ने ग्राम प्रधान एवम राजस्व विभाग को मैनेज करके रखा है।