दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस की ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जनता का भरोसा पूरी तरह खो चुकी है और यही वजह है कि वह निष्पक्ष चुनाव कराने से बच रही है। प्रियंका गांधी ने मंच से साफ शब्दों में कहा कि यदि भाजपा में हिम्मत है, तो वह बैलेट पेपर से चुनाव लड़कर देख ले, तब उसे खुद समझ आ जाएगा कि वह जीत नहीं सकती।
प्रियंका गांधी ने कहा कि संसद के अंदर भी भाजपा नेताओं के हावभाव यह साबित करते हैं कि उनका आत्मविश्वास कमजोर पड़ चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सांसद विपक्ष से नजरें मिलाने से बचते हैं और गंभीर मुद्दों पर चर्चा से डरते हैं। उन्होंने कहा कि संसद में बेरोजगारी, महंगाई, पेपर लीक और ईवीएम से वोट चोरी जैसे सवाल उठाने की कोशिश की गई, लेकिन सरकार ने इन विषयों पर बहस करने से साफ इनकार कर दिया। प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि जब राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ईवीएम और चुनावी गड़बड़ियों पर चर्चा की मांग की, तो सरकार घबरा गई। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केवल प्रतीकात्मक मुद्दों पर चर्चा कराना चाहती है ताकि असली समस्याओं से जनता का ध्यान भटकाया जा सके। उन्होंने कहा कि देश में करोड़ों युवा बेरोजगार हैं, महंगाई से आम आदमी त्रस्त है, लेकिन सरकार इन मुद्दों पर चुप्पी साधे बैठी है।
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बिहार चुनाव का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को निराश न होने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पूरे देश ने देख लिया है कि कैसे सत्ता के बल पर चुनावों में धांधली की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि जनता अब सच्चाई समझ चुकी है और आने वाले समय में इसका जवाब देगी।
रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने भी भाजपा और आरएसएस की विचारधारा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरएसएस सच के बजाय ताकत को सबसे बड़ा हथियार मानती है, जबकि भारत की आत्मा सत्य, न्याय और नैतिकता में विश्वास करती है। राहुल गांधी ने दावा किया कि सच्चाई के साथ खड़े होकर कांग्रेस देश से भाजपा और आरएसएस की सरकार को हटाकर रहेगी।
