देहरादून। वन विभाग ने पौड़ी गढ़वाल के सत्याखाल के पास गजल्ड इडवालस्यू मे सक्रिय गुलदार को मारने के आदेश दे दिये हैं। प्रमुख वन संरक्षक ने आदेश में कहा कि पहले गुलदार की पहचान की जाएगी। इसके बाद उसे पकड़ने के प्रयास होगे। अंतिम विकल्प के रूप में उसे मारने की अनुमति दी गई है।
प्रमुख वन संरक्षक ने जारी आदेश में कहा कि वन संरक्षक गढ़वाल वृत्त एवं प्रभागीय वनाधिकारी को पौड़ी रेंज क्षेत्र के तहत गुलदार को पिंजरा लगाकर पकड़ने एवं आवश्यकता होने पर ट्रेंक्यूलाइज कर पकड़ने की अनुमति दी गई है। गुलदार को पकड़ने के सभी प्रयासों के बाद भी उसके पकड़े न जाने पर अंतिम विकल्प के रूप में उसे मारने की अनुमति दी गई है।आदेश में कहा गया है कि क्षेत्र में कैमरा ट्रैप एवं पीआईपी के माध्यम से गुलदार की निगरानी की जाए।
बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया के निर्देश पर पौड़ी और कोट विकासखंड के उन आंगनवाड़ी केंद्रों में 05 से 08 दिसंबर तक एहतियातन अवकाश घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों मे गुलदार की चहलकदमी अधिक दर्ज की गयी है। पौड़ी ब्लॉक के ग्राम गजल्ट में गुलदार के हमले और क्षेत्र में उसकी सक्रियता का संज्ञान लेते हुए बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र कौडला, कफलना, बाड़ा, सिरोली, पिसोली, डोभा तथा वजली में बच्चों की सुरक्षा हेतु जिला प्रशासन ने त्वरित निर्णय लेते हुए उक्त केंद्रों में छुट्टी घोषित कर दी है। इसके अलावा विकासखंड कोट के देवार क्षेत्र में बच्चे पर हुए हमले के बाद देवार-1, देवार, उडडा, बुरांसी, देवल (चमना), काण्डा और नवन आंगनवाड़ी केंद्रों में भी समान अवधि के लिए अवकाश लागू किया गया है।
गौरतलब है कि 42 वर्षीय राजेंद्र नौटियाल को आज उस समय मार डाला जब वह मन्दिर से घर लौट रहे थे। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने वन कर्मियों को बंधक बना दिया और डीएफओ तथा डीएम को मौके पर आने को कहा। बाद मे जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने मौके पर आकर उन्ह गुलदार को सूट करने के आदेश से अवगत कराया।
