- बदमाश बेखौफ, पुलिस खामोश
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। दीपावली पर्व पर यूपी पुलिस भले ही सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर चाक-चौबंद होने का दावा किया, लेकिन जिस तरह से बदमाशों ने गोलियों की बौछार की इससे यही लग रहा है कि पुलिस का खौफ नहीं रहा। बीते तीन दिन… पांच गोलीकांड और छह हत्याएं। कहीं गोलियों की तड़तड़ाहट हुई तो कहीं अन्य भारी वस्तु से वारकर हत्याएं हुईं। राजधानी लखनऊ से कानपुर देहात, गोंडा व हरदोई जनपद में गोलियों की बौछार हुई तो लाठी-डंडे भी जमकर चले। वैसे तो वैध – अवैध असलहों से गोलियों की तड़तड़ाहट आम बात हो चली है, लेकिन अक्टूबर माह में तीन दिनों तक तो सारी हदें पार हो गई। बदमाश और दुस्साहसी लोग अवैध या लाइसेंसी असलहे से खुलेआम गोलियां बरसा रहे हैं और पुलिस खामोश बैठी हुई नजर आई। बदमाशों के दुस्साहस का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कानपुर देहात जिले के गजनेर थाना क्षेत्र में दीपावली पर्व की रात 24 वर्षीय गौरव अवस्थी उर्फ शिबू की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
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राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज क्षेत्र स्थित कैम्पवेल रोड पर एकता नगर इलाके में रहने वाले अधिवक्ता दीपेंद्र सिंह को गोली मारकर जख्मी कर दिया। दुबग्गा के शाहपुर भमरौली गांव में रहने वाले असलम को बदमाशों ने गोली मारकर घायल कर दिया। पीजीआई थाना क्षेत्र के वृन्दावन योजना के रेवतापुर गांव में दीपावली की झालर लगाने के विवाद में अनुज के ऊपर गोलियों की बौछार कर बदमाशों ने घायल कर दिया। ठाकुरगंज क्षेत्र में पुरानी रंजिश को लेकर हुए विवाद में 20 वर्षीय उमेश को सलीम कबाड़ी के बेटे शाहरूख ने गोली मार दी।
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गोंडा जिले के नगर कोतवाली इलाके में कलयुगी बेटे संदीप ने अपनी 58 वर्षीय मां कांति देवी की बेरहमी से हत्या कर दी। हरदोई जिले के बेनीगंज थाना क्षेत्र के कोथवा अतरौली रोड पर बसहरा गांव निवासी 45 वर्षीय परशुराम सिंह उर्फ पप्पू का बेरहमी से कत्ल कर बदमाशों ने सनसनी फैला दी। हरदोई जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र स्थित चरौली गांव निवासी अनुप ने गर्भवती पत्नी को पीट-पीटकर मौत की नींद सुला दिया। खबर में दर्शाई गईं ये घटनाएं साफ बयां कर रही है और अब बदमाशों को खाकी वर्दी का खौफ नहीं रहा। ये वारदातें सिर्फ तीन दिनों के भीतर हुईं हैं इससे यही लग रहा है कि यूपी पुलिस कानून-व्यवस्था को लेकर फेल साबित हो रही है।
