- फतेहपुर की पटाखा मंडी में रविवार को हुयी यह घटना
- अग्निकांड में 65 दुकानें जल कर खाक,कई वाहन भी भस्म
फतेहपुर । उत्तर प्रदेश की फतेहपुर में पटाखा मंडी रविवार दोपहर जोरदार धमाकों से दहल गयी। पटाखा मंडी में हो रहे धमाके आधे घंटे तक इलाके को थर्राते रहे पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी वक्त रहते नहीं पहुंची। देखते ही देखते पटाखा मंडी में लगी सभी 65 दुकानें जल कर खाक हो गयीं। आग इतनी जोरदार थी इस का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस पूरे इलाके में घंटों तक काला गुबार छाया रहा। फायर बिग्रेड की कई गाड़ियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
यह पटाखा मंडी महात्मा गांधी परास्नातक महाविद्यालय परिसर में लगी थी। रविवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे की है। यहां करीब पटाखों की 65 दुकानें लगी थीं। दोपहर में तमाम लोग पटाखे खरीद रहे थे। इस बीच एक दुकान में आग लग गई। मौके पर आग बुझाने का कोई इंतजाम नहीं था और आतिशबाजी ने के कारण यहां खड़ी एक मोटर सायकिल भी इसकी चपेट में आ गयी और धूं-धूं कर जलने लगी। किसी भी दुकान में आग पर काबू पाने का कोई इंतजाम नहीं था जबकि लाइसेंस जारी करते समय आग बुझाने का इंतजाम करने के निर्देश दिए गए होते हैं। ऐसे में देखते ही देखते एक के बाद एक करके कई दुकानें आग की चपेट में आ गई। मौके पर अफरातफरी और चीख-पुकार मच गई। पूरा इलाका पटाखों के धमाकों से थर्रा गया। धुएं का काला गुबार दूर से ही दिखाई दे रहा था देर से पहुंची फायर बिग्रेड की कई गाड़ियों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया। स्थानीय लोगों के अनुसार दमकल की गाड़ी के खराब हो जाने के कारण आग पर काबू पाने में विलंब हो गया।
घटना में करोड़ों का नुकसान होने का अनुमान है। वहीं घटना के बाद लोगों की भीड़ जुट गई और इससे पुलिस को लाठियां भांजकर लोगों को खदेड़ना पड़ा। स्थानीय लोगों ने बताया कि महात्मा गांधी परास्नातक महाविद्यालय से फायर ब्रिगेड की दूरी केवल 500 मीटर ही है पर इसके बावजूद फायर ब्रिगेड को आने में आधे घंटे से ज्यादा का समय लग गया। पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने मौके पर गए हैं। वहीं पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि अज्ञात कारणों से आग लगी। इस अग्निकांड में कोई भी व्यक्ति झुलसा नहीं और किसी की मौत हुई है।
