- काठमांडू में सबसे ज्यादा नुकसान,घर और बस्तियां डूबी
काठमांडू। पूर्वी नेपाल में विभिन्न स्थानों पर कल रात से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ और बाढ़ आई, जिससे रविवार सुबह तक कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ी हैं। इनका समय और तीव्रता भी पहले से ज्यादा खतरनाक हो गई है।
नेपाल जैसे पहाड़ी देशों में यह खतरा और भी बड़ा है। वहीं दक्षिण-पूर्वी नेपाल में कोशी नदी का जलस्तर सामान्य से दोगुना से ज्यादा हो गया है। स्थानीय अधिकारी धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि कोशी बैराज के सभी 56 गेट खोल दिए गए हैं, आमतौर पर 10-12 गेट ही खुले रहते हैं। वहीं भूस्खलन की वजह से कई मुख्य सड़कें बंद हो गई हैं, और यातयात पूरी तरह ठप है। दशहरा त्योहार मनाने के लिए घर लौट रहे सैकड़ों यात्री फंस गए हैं। दशहरा नेपाल का सबसे बड़ा धार्मिक त्योहार है, जिसमें लोग अपने परिवारों से मिलने गांव जाते हैं।
