हमारा शरीर किसी भी बीमारी को अचानक नहीं दिखाता। वह पहले चेतावनी के रूप में लक्षण देता है। अगर हम इन संकेतों को समय रहते पहचान लें, तो इलाज आसान हो जाता है और बीमारी जानलेवा होने से बच सकती है। पोषक तत्वों की कमी भी शरीर अलग-अलग तरीकों से बताता है। इनमें से एक आम लक्षण है नाखूनों पर सफेद धब्बे या लाइनें बनना, जिसे चिकित्सकीय भाषा में ल्यूकोनीशिया कहते हैं। यह छोटी-बड़ी, कम या ज्यादा संख्या में हो सकते हैं। ज्यादातर मामलों में यह सामान्य होता है और चिंता की बात नहीं, लेकिन कभी-कभी यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
सफेद धब्बों के सामान्य कारण
- केमिकल का असर (महिलाओं में ज्यादा): नेल पॉलिश, नेल पेंट रिमूवर, एक्रिलिक नेल्स या ब्यूटी ट्रीटमेंट में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स नाखूनों को नुकसान पहुंचाते हैं। खराब क्वालिटी के प्रोडक्ट्स या बार-बार नेल पेंट लगाने से नाखून कमजोर हो जाते हैं और सफेद धब्बे दिखाई देने लगते हैं।
- चोट या ट्रॉमा: नाखूनों पर चोट लगना, दबाव पड़ना या कोई भारी चीज गिरने से भी सफेद धब्बे बन सकते हैं। यह नाखून की ग्रोथ के दौरान होने वाली क्षति का निशान है, जो समय के साथ अपने आप गायब हो जाता है।
- फंगल इन्फेक्शन: नाखूनों में फंगस लगने से भी सफेद धब्बे या लाइनें बनती हैं। यह नमी, गंदगी या तंग जूते पहनने से हो सकता है। एंटी-फंगल क्रीम या दवा से इलाज जरूरी होता है।
- एलर्जी: कुछ लोगों को नेल प्रोडक्ट्स, डिटर्जेंट या साबुन से एलर्जी होती है, जिससे नाखूनों पर सफेद धब्बे दिखाई देते हैं।
गंभीर बीमारियों का संकेत कभी-कभी सफेद धब्बे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा करते हैं:
- दिल की बीमारी
- किडनी फेलियर
- लिवर की समस्या
- सोरायसिस, एक्जिमा
- निमोनिया
- सांसों में बदबू (हैलिटोसिस)
- आर्सेनिक या भारी धातु की पॉइजनिंग
- फूड पॉइजनिंग
इन स्थितियों में नाखूनों पर धब्बे पूरे नाखून को कवर कर सकते हैं या असामान्य पैटर्न में दिखते हैं।
सबसे आम कारण: जिंक की कमी अगर ऊपर बताए कारण नहीं हैं, तो जिंक की कमी सबसे बड़ा कारण हो सकता है। जिंक शरीर के लिए जरूरी मिनरल है जो इम्यूनिटी, घाव भरने, प्रोटीन संश्लेषण और नाखूनों की सेहत के लिए आवश्यक है। कमी होने पर नाखून भंगुर हो जाते हैं और उन पर सफेद धब्बे दिखने लगते हैं।
जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ
- नॉन-वेज: मछली, झींगा, मटन, चिकन, अंडे
- डेयरी: दूध, पनीर, दही
- नट्स और सीड्स: कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज, अलसी, चिया सीड्स, बादाम, काजू, अखरोट, पिस्ता
- अनाज: ओट्स, क्विनोआ, ब्राउन राइस
इनका नियमित सेवन करने से जिंक की कमी दूर होती है और नाखूनों के धब्बे धीरे-धीरे गायब हो जाते हैं।
एंटी नारकोटिक्स: मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह का खुलासा, चार तस्कर गिरफ्तार
क्या करें?
- डॉक्टर से सलाह लें: अगर धब्बे अचानक बढ़ें, पूरे नाखून पर फैलें या अन्य लक्षण (थकान, बाल झड़ना, मुंह में छाले) दिखें, तो तुरंत ब्लड टेस्ट करवाएं।
- नेल प्रोडक्ट्स कम करें: अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करें, नेल पेंट हफ्ते में एक बार से ज्यादा न लगाएं।
- हाइजीन बनाए रखें: नाखून साफ रखें, फंगस से बचाव करें।
- खुद दवा न लें: बिना डॉक्टरी सलाह के कोई दवा या सप्लीमेंट न लें।
नाखूनों पर सफेद धब्बे ज्यादातर हानिरहित होते हैं और चोट, केमिकल या जिंक की कमी से होते हैं। लेकिन अगर ये लगातार बने रहें या अन्य लक्षण दिखें, तो इसे गंभीरता से लें। संतुलित आहार, अच्छी हाइजीन और समय पर डॉक्टरी सलाह से न केवल नाखून स्वस्थ रहेंगे, बल्कि शरीर की बड़ी बीमारियों से भी बचाव हो सकता है। अपने नाखूनों को नजरअंदाज न करें – वे आपके स्वास्थ्य की खामोश भाषा बोलते हैं।
