देहरादून। गोवा अग्निकांड में उत्तराखंड के पांच युवकों की जान चली गई। इसमें अल्मोड़ा के ही चार लोगों की भी मौत हुई है। इस दर्दनाक हादसे में उत्तराखंड के नौ लोगों ने अपनी जान गंवाई है। गोवा के नाइट क्लब में हुए भीषण अग्निकांड में उत्तराखंड के पांच युवाओं की जिंदगी लील ली। मनीष सिंह, चंपावत के रहने वाले थे जबकि जितेंद्र और सतीश सिंह टिहरी के रहने वाले थे। मृतक सतीश राणा अपने परिवार का इकलौता सहारा थे। वह नाइट क्लब में काम कर माता-पिता और छोटे भाई की जिम्मेदारी उठा रहे थे। सतीश अपनी दो बहनों की शादी करवा चुके थे। नाइट क्लब अग्निकांड में सतीश राणा बुरी तरह झुलस गए थे और उन्होंने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
वहीं, देवप्रयाग ब्लॉक के संकुल चंद्रबदनी गांव के जितेंद्र सिंह की भी इस भीषण अग्निकांड में मौत हो गई है। जितेंद्र और सतीश आजीविका के लिए गोवा के नाइट क्लब में काम करते थे। इसी क्लब में शेफ का काम करने वाले पौड़ी जिले के छानी गांव निवासी सुमित नेगी की भी मौत हो गई है। सुमित की मौत के बाद से गांव में शोक की लहर है। सुमित अपने परिवार का इकलौता लड़का था। उसकी दो बहने हैं। सुमित के पिता पुलिस विभाग से सेवानिवृत हुए हैं, जबकि मां गृहणी है। सुमित की 8 महीने की बेटी भी है। टिहरी के विधायक किशोर उपाध्याय और देवप्रयाग विनोद कंडारी में इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने की मांग भी की है।
गोवा के अग्निकांड में अल्मोड़ा के चार निवासियों की भी दर्दनाक मौत हो गई है। उसे हादसे में जीवित बची एकमात्र महिला सदमे में है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतक परिवार के लोग दिल्ली में रहते थे और यह लोग छुट्टियां बिताने गोवा गए हुए थे। इस हादसे में विनोद कबड़वाल, उनकी भाभी कमला कबड़वाल और दो सालियों अनीता व सरोज जोशी की आग में जलकर मौत हो गई। विनोद ने अपनी पत्नी भावना को तो किसी तरह बाहर निकाल दिया था लेकिन खुद को वह बचा नहीं पाया। इस हादसे में पांच लोगों की जान जाने से उनके परिवारों में मातम पसरा हुआ है। पूरा गांव शोकाकुल है।
