मसूरी। केद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में आईएएस अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सिविल सेवा केवल एक ट्रेनिंग मॉड्यूल नहीं, बल्कि राष्ट्र के लिए समर्पण का संकल्प है। उन्होंने कहा कि यह अकादमी वह स्थान है, जहां भारत की प्रशासनिक रीढ़ तैयार होती है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि फाउंडेशन कोर्स केवल पढ़ाई का हिस्सा नहीं, बल्कि कुशल, सक्षम और करुणाशील शासन की नींव है। उन्होंने कहा कि अकादमी न केवल प्रशासनिक प्रशिक्षण देती है, बल्कि जॉइंट सिविल मिलिट्री प्रोग्राम, इकोनॉमी और डेवलपमेंट, डिजास्टर मैनेजमेंट, क्लाइमेट चेंज, वूमेन इंक्लूजन और इंटेलिजेंस-आधारित प्रशासन जैसे अनेक मूल्यवान कोर्सों के माध्यम से अधिकारियों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करती है। उन्होंने अधिकारियों को सावधान करते हुए कहा कि पद चाहे कितना भी बड़ा हो, अहंकार आया, तो आपकी वैल्यू अपने आप खत्म हो जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी नवनियुक्त अधिकारियों से आग्रह किया कि वे ह्यूमैनिटी के साथ नेतृत्व करें और बेहतरीन सेवाएं दें।
