रघुवंशी हत्याकांड – आखिर किस पर भरोसा करे कोई: गैरों से ज्यादा अपनों से डर

आपराधिक मानसिकता वाली सोनम निकली पति की कातिल, सात फेरे लेकर राजा के साथ ज़िन्दगी बिताने की खाई थी कसम और प्रेमी की चाहत में बन गई बेवफा

लखनऊ। राजा रघुवंशी की शादी घरवालों ने सोनम से तय की और बीती 11 मई को दोनों घरवालों की रजामंदी से धूमधाम से शादी हुई। चारों ओर खुशियां ही खुशियां दिख रही थी। शादी में आए करीबी रिश्तेदार राजा रघुवंशी और सोनम को आशीर्वाद दिया इस दौरान राजा रघुवंशी और सोनम खुश नजर आ रहे थे, लेकिन राजा और उसके घरवालों को जरा भी आभास नहीं था कि जिस बहू को हंसी-खुशी से विदा कराकर घर की दहलीज पर ले जा रहे हैं वह दुल्हन नहीं, बल्कि एक जहरीली नागिन की तरह साबित होगी। यही हुआ 23 मई को राजा और सोनम इंदौर से हनीमून मनाने के लिए मेघालय निकले। सोनम के साथ राजा बेहद खुश था, लेकिन उसे नहीं मालूम था कि सोनम के साथ सात फेरे लेकर शादी रचाया वह उसके सिर पर काल बनकर मंडरा रही है यही हुआ सोनम अपने प्रेमी सहित चार लोगों के साथ मिलकर अपने ही सामने राजा रघुवंशी को शिलांग में बेरहमी से कत्ल करवा दी और उसके बाद वह लापता हो गई।

कहावत नहीं बल्कि हकीकत है कि अपराधी अपराध तो करता है, लेकिन मौक – ए – वारदात पर कोई न कोई सबूत जरूर छोड़ जाता है।
घटना के 17 दिन बाद सोनम यूपी के गाजीपुर जिले के एक ढाबे से दबोच ली गई। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने मेडिकल कराने के बाद अदालत में पेश किया। पुलिस ने 24 वर्षीय सोनम सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर इस सनसनीखेज मामले का राजफाश किया तो हर कोई दंग रह गया कि अरे … यह तो दुल्हन नहीं एक हत्यारन निकली। कारोबारी राजा की लाश दो जून को एक गहरी खाई में मिली थी। बेटे की हत्या किए जाने की खबर मिलते ही मानो घरवालों में कोहराम मच गया।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आखिर किस पर कोई भरोसा करे जब अपने ही अपनों के कातिल बन रहे हैं।

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