परमात्मा कहीं नहीं आपका होना ही परमात्मा का होना है,

मैंने सुना हैः एक आदमी आग खोज रहा था घर में। अंधेरा था, इसलिए निश्चित ही दीया लेकर खोज रहा था! आग की बड़ी जरूरत थी। दीया लेकर आग खोज रहा था। पड़ोसी हंसने लगा और उसने कहा, ‘तू पागल है! क्योंकि आग तू हाथ में लिए है, अब खोजने की जरूरत क्या है? इस … Continue reading परमात्मा कहीं नहीं आपका होना ही परमात्मा का होना है,