कविता : भगवान के घर देर है, अन्धेर नहीं है

फल फूल मिठाई लेकर मंदिर जाते हैं, तो यह सब पूजा सामग्री कहे जाते हैं, पूजा के बाद मंदिर से वापस आते हैं, तो यह सब भोग प्रसाद बन जाते हैं।                                 मंदिर जाने व वापस आने के बीच हुआ … Continue reading कविता : भगवान के घर देर है, अन्धेर नहीं है