कुंडली का तीसरा भाव: व्यक्तिगत हितों, मानसिक झुकाव और संचार में दक्षता को भी करता है इंगित,

जयपुर से राजेंद्र गुप्त वैदिक ज्योतिष में तृतीय भाव को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस भाव में किसी शुभ ग्रह का बैठना जातकों को शुभ परिणाम दिलाने वाला बन जा जाता है। तृतीय भाव को ज्योतिष में क्यों इतना महत्व दिया गया है। वैदिक ज्योतिष में भाव वैदिक ज्योतिष में नौ ग्रहों में … Continue reading कुंडली का तीसरा भाव: व्यक्तिगत हितों, मानसिक झुकाव और संचार में दक्षता को भी करता है इंगित,