कविता : अंतिम साँसे जीवन ढलने तक निर्बाध रूप से लेने दो

वरिष्ठ नागरिक बनना कितना हानिकारक होता है भारत में, अयोग्य होते जीवन बीमा के लिये, ड्राइविंग लाइसेन्स पाने के लिए। बैंक ऋण उनको कोई नहीं देता, नौकरी से सेवानिवृत हो जाते हैं, शारीरिक क्षमता घटने लगती, दिन प्रतिदिन औरों पर निर्भर हो जाते हैं। सारे सरकारी, ग़ैर सरकारी टैक्स बिना छूट के उनको भी देने … Continue reading कविता : अंतिम साँसे जीवन ढलने तक निर्बाध रूप से लेने दो