कविता : ‘छोड़ो यार’ का सिद्धांत सरल है,
‘छोड़ो यार’ कितने सुंदर लफ़्ज़ हैं, इन लफ़्ज़ों का महत्व समझ ले जो, उसके जीवन में कभी न कोई दुःख होगा, और न ही कभी कोई पछतावा होगा। किसी को एक दो बार मनाने की कोशिश करिये तब भी ना माने तो, ‘छोड़ो यार’ का सिद्धांत सरल है, बस ‘छोड़ो यार’ कह देना सरल है। … Continue reading कविता : ‘छोड़ो यार’ का सिद्धांत सरल है,
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