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निर्गुण और सगुण उपासको के आराध्य राम
लोकतंत्र के संस्थापक थे श्रीराम वैश्विक स्तर पर व्यापक चेतना के संवाहक श्रीराम वन्यप्रांत मे सभी को एक सूत्र मे जोड़ा ऋषियो और मुनियों ने दिया तपोबल निर्गुण सगुण दोनो रूप मे श्रीराम हमारे आराध्य हैं। गोरखपुर महायोगी गोरक्षनाथ की तपस्थली है.. जो अलख निरंजन का संदेश दे रही है तो संतकबीर नगर के […]
Read Moreदेश के प्राण मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम
विजयदशमी -अधर्म और अन्याय के प्रति-संघर्ष राम राज्य में लोक हित सर्वोपरि सीता अपहरण: लंकाधिपति का अमर्यादित आचरण बलराम कुमार मणि त्रिपाठी देश के प्राण स्वरुप मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हैं। लंकाधिपति रावण पुलस्त्य ऋषि का पौत्र था,जो सप्तर्षियों मे एक हैं। शिव भक्त होने के साथ वह वेद वेत्ता,कर्मकांड का ज्ञाता,तंत्र मंत्र में निष्णात महान […]
Read Moreईश निंदा का पश्चाताप ईश चरित्र वर्णन
कर्नल आदि शंकर मिश्र, लखनऊ। मुझे श्रीराम, सीता व लक्ष्मण की लिखित निंदा पढ़नी पड़ी है आज नवरात्र के दिन ! अब इसका प्रायश्चित कैसे करूँ, कुछ समझ में नहीं आ रहा है। ईश निंदा सुनने का महा पाप हुआ है आज मुझसे ! कहाँ तक झुठलाओगे श्रीराम व राम कथा को, राम, भरत, लक्ष्मण, […]
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