#Mrit Sanjivani Kavach
Litreture
कविता : शब्द भी स्वादिष्ट भोजन
शब्द भी एक स्वादिष्ट भोजन होते हैं, अगर स्वयं को ही वह अच्छे ना लगे, तो दूसरों को भी उन्हें मत परोसिए, सदा सुखद शब्द ही उपयोग करिये। सपने जादू के बल पर साकार नहीं होते, दूर दृष्टि, दृढ़ निश्चय, कठिन परिश्रम और पसीना बहाकर अनुशासित रहना पड़ता है, जादुई जज़्बात क़ाबू में रखना पड़ता […]
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