#Lohiyaist

Analysis

दास्तां है तीन अम्माओं की!

बल्कि यह किस्सा है एक माता और दो वालिदाओं का। इनमें सर्वप्रथम परखें बेगम खुशनुदा को। उन्हें हार्दिक सलाम ! अपने बेटे गुलाम मोहम्मद की लाश लेने से उन्होंने साफ इन्कार कर दिया। माफिया अतीक अहमद का गुलाम मोहम्मद शूटर था। उसी ने प्रयागराज में उमेश पाल को भून दिया था। जैसी करनी, वैसी भरनी, […]

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