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Litreture

कविता : जिसके अंतर्मन में द्वंद्व न हो,

कहते हैं ‘संघर्ष ही तो जीवन है’, जिसमें भावना नहीं, वह मृत है, जो हार मान कर चुप हो जाये, जीवन गतिविधि ठप हो जाये। ऐसा जीवन मृत प्राय सरिस है, जिसके अंतर्मन में द्वंद्व नहीं हो, वह मानव बस जीवित पत्थर है, जिसमें जिज्ञासा का भाव नहीं हो। कविताओं के पेजों को हर दिन […]

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