#’Aham Brahmasmi’
Religion
अहं ब्रह्मास्मि…?
अब नाटक खेलने की उम्र नहीं है, अब थोड़ा सच मे जी लेने दो, खुल कर प्रकृति मे सांस लेने दो, जरा पंच महाभूतों को, महसूस करने दो अपने भीतर। पंच प्राणो का पुनर्जागरण होने दो। मै ईश्वर को महसूस करना चाहता हूं, अपने भीतर.. और भीतर.. और भीतर। देखना चाहता हूं,उसका भव्य रूप… बाहर.. […]
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Litreture
ओशो वाणी जानिए क्या होता है ढाई आखर के प्रेम का मर्म
छोटा सा ‘प्रेम’ शब्द है–ढ़ाई आखर प्रेम के… कोई बड़ा शब्द नहीं है, छोटा सा। ‘इक लफ्जे-मोहब्बत का अदना ये फसाना है!’ उसकी छोटी सी कहानी है, मगर उससे बड़ी और कोई कहानी नहीं। उस छोटे से शब्द में सब समा गया है–सारे शास्त्र! कबीर ने कहाः ढाई आखर प्रेम के, पढ़ै सो पंडित होय। […]
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