वर्षगाँठ

Analysis

राज्यों की आँखमिचौली और बच्चों का अंधकारमय भविष्य

डॉ. कन्हैया त्रिपाठी वर्ष 2017 के दौरान, म्याँमार में हिंसक हमलों से बचने के लिये, लगभग 7 लाख 45 हज़ार रोहिंग्या लोग भागकर बांग्लादेश पहुँचे थे, जिनमें लगभग चार लाख बच्चे थे। अभी भी लाखों बच्चों को पुस्तकें नहीं मुहैया हुई हैं और बच्चों का भविष्य अंधेरे में है। जिस सीमाक्षेत्र में बच्चे जाते हैं […]

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