धर्म, जाति व राजनीति में उलझा चुनावी सर्वे का सच
महात्मा गांधी अपनी कालजयी आत्मकथा ‘सत्य के साथ मेरे प्रयोग’ में लिखते हैं कि ‘जो मनुष्य यह कहता है कि धर्म का राजनीति के साथ कोई संबंध नहीं है, वह धर्म को नहीं जानता, ऐसा कहने में मुझे संकोच नहीं होता, और न ऐसा कहने में मैं अविनय करता हूं।’ यही थी गांधी की सत्यवादिता। आज … Continue reading धर्म, जाति व राजनीति में उलझा चुनावी सर्वे का सच
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