
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। मड़ियांव पुलिस के हत्थे चढ़े नवजातों की तस्करी करने वाले गिरोह में शामिल अस्पताल कर्मी ही नहीं इसमें तीन महिलाएं हैं जो नवजातों को चोरी कर मोटी रकम में बेचतीं थीं। यह तो नवजात शिशुओं की तस्करी करने का मामला है, राजधानी लखनऊ में करीब एक दशक पहले किडनी गिरोह भी सक्रिय था। गिरोह का मास्टर माइंड बिहार निवासी संतोष राय नाम का था जो महंगे होटल में बैठकर गिरोह चलाता था।
इसका राजफाश तो उस समय हुआ जब हरिशंकर मौर्या नाम के व्यक्ति, विनोद दुबे नाम का शख्स व पीजीआई कर्मी महबूब अली और कमिश्नर कार्यालय के लिपिक अशोक पाण्डेय नाम का शख्स। ये सभी आरोपी किडनी बेचने वाले गिरोह के प्यादे थे।
ठीक इसी तर्ज पर अब एक बार फिर राजधानी लखनऊ में नवजात शिशुओं का गिरोह सक्रिय है जो अस्पताल कर्मियों की मिलीभगत से शिशुओं की चोरी कर मोटी रकम में बेच रहे हैं। इस पूरे खेल का भंडाफोड़ तो उस समय हुआ जब मड़ियांव पुलिस ने तीन महिलाएं समेत छह तस्करों को गिरफ्तार किया। सूत्रों की मानें तो अब इस गोरखधंधे में कितने लोग और शामिल हैं इन पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।