
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा लाया गया नया टैक्स रिजीम स्वागत योग्य फैसला है, 12 लाख तक की इनकम को टैक्स फ्री किए जाने से लोगों के खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी, जिसका सीधा फायदा बाजार को पहुंचेगा और व्यापारी वर्ग को व्यापार में कुछ गति मिलने की संभावना जगी है।
कुछ और सराहनीय कदम भी लिए गए हैं जिनमें प्रमुख है,
MSMES के क्रेडिट गारंटी कवर को 5 करोड़ से बढाकर 10 करोड़ किया जाना , स्टार्टअप के लिए क्रेडिट गारंटी कवर को 20 करोड रुपए तक बढ़ाया जाना, छोटे उद्योगों के लिए विशेष क्रेडिट कार्ड जारी करना, जिनकी सीमा ₹500000 होगी।
लेबर इंटेंसिव सेक्टर के लिए सरकार प्रोत्साहन योजना लाएगी यह भी एक सराहनीय कदम है, फुटवियर और लेदर के क्षेत्र में विशेष योजनाएं बनाने की बात सरकार द्वारा की गई है इससे देश में और प्रदेश में फुटवियर और लेदर व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी और इससे रोजगार भी मिलेंगे। एक ओर जहां कुछ उम्मीदें जगी है वहीं दूसरी ओर व्यापारियों को एक बार फिर निराशा भी हाथ लगी है सरकार द्वारा व्यापारियों की मांगों को पुनः अनदेखा किया गया है , व्यापारियों को आ रही दिक्कतों को दूर करने की कोई कोशिश नहीं की गयी। व्यापारियों द्वारा लंबे समय से की जा रही gst सरलीकरण , ई-कॉमर्स पॉलिसी, रिटेल ट्रेड पॉलिसी के साथ अन्य सभी मांगो पर विचार नहीं किया गया है , बजट में प्रत्यक्ष रूप से खुदरा व्यापारियों के लिए किसी भी योजना का ऐलान न किया जाना निराशा पूर्ण है।