- हल्की बारिश में भी डूब जाती हैं नौतनवां कस्बे की सड़कें
- सारी नालियों का सड़कों पर बहता है पानी, लोगों का चलना दूभर
- नेताओं के दावे होते हैं हमेशा झूठे- नगरवासी
- जलभराव की समस्या के समाधान का प्रयास निरंतर जारी-बृजेश मणि
नौतनवां। लगातार 36 घंटे से हो रही भारी बारिश ने नौतनवां और आसपास के गांवों में जलभराव की गंभीर समस्या पैदा कर दी है। नौतनवां कस्बे का मुख्य मार्ग हो या गलिया, टाउन एरिया बनने के बाद से ही जलभराव की समस्या से जूझती रहती हैं। इस वर्ष भी यह समस्या कम होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। नगरवासियों का कहना है कि नेताओं को कुर्सी तो मिल जाती है उसके बाद जनता से वादे भी खूब करते है। पर आज भी नगर की समस्या जस की तस बनी हुई है।
नेताओं के सारे वायदे अभी तक झूठे साबित हुए हैं। बता दें कि लगातार 36 घंटे रूक-रूक कर बारिश होने से नगर के मुख्य मार्ग और गली मुहल्लों तथा मां बनैलिया मंदिर के आसपास करीब दो फीट तक पानी भर गया जिससे नौतनवां रेलवे स्टेशन तक पहुंचने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मंदिर के आसपास के क्षेत्र में लगातार बारिश होने से दो दर्जन से अधिक घरों के लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। जिससे उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में नौतनवां नगरपालिका के अध्यक्ष बृजेश मणि त्रिपाठी ने कार्यभार संभालने के बाद से ही इस समस्या के स्थायी समाधान का संकल्प लिया था। उन्होंने कहा था कि सिर्फ मुख्य मार्ग ही नहीं नगर के अन्य क्षेत्रों को भी जलभराव से मुक्त किया जाएगा और नगरवासियों को स्वच्छ जल और कीचड़ मुक्त सड़कों की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
त्रिपाठी ने जलभराव की समस्या पर कहा कि हम अपने संकल्प को पूरा करने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। अस्पताल चौराहे से छपवा बाईपास तक नाला निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगली बरसात में मुख्य मार्ग पर जलभराव की समस्या समाप्त हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 20 वर्षों से नगरवासी इस समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन अब इसका स्थायी समाधान निकाला जा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही नगर के मुख्य मार्ग और गली-मोहल्ले कीचड़ मुक्त होंगे।