गौतमबुद्ध जिला जेल में धूमधाम से मनाया गया रक्षाबंधन
मुलाकातियों की व्यवस्थाओं पर जेल मंत्री ने व्यक्त किया संतोष
लखनऊ/नोएडा। प्रदेश के कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने रक्षाबंधन के दिन गौतमबुद्ध नगर जेल पहुंचकर महिला बंदियों से रक्षा सूत्र बंधवाया। मंत्री को अपने बीच पाकर महिला कैदी काफी प्रफुल्लित नजर आई। इस दौरान जेल मंत्री ने महिला बंदियों से समस्याओं के बारे में जानकारी भी प्राप्त की। कारागार मंत्री ने मुलाकातियो के लिए जेल प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जेल के अंदर जिस हर्षोल्लास के साथ रक्षाबंधन मनाया जा रहा है, उसकी जेल के बाहर कल्पना भी नहीं की जा सकती है। जेल की 3932 महिला मुलाकातों और 279 बच्चों ने अपने भाइयों को टीका कर राखी बांधी और उनके दीर्घायु होने की कामना की।
अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान नोएडा की लुकसर जेल पहुंचे। सर्वप्रथम उन्होंने जेल प्रशासन की ओर से बाहर से आने वाले परिजनों के लिए पेयजल के लिए वाटर कूलर, बैठने के लिए कुर्सी, टेंट, फर्स्ट एड बॉक्स इत्यादि सुविधाओं का जायजा लिया। व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए वह जेल की महिला बैरेक पहुंचे। जेल अधीक्षक बृजेश कुमार के मुताबिक महिला बैरेक में जिन महिला बंदियों से कोई मिलने नहीं आता है उन महिला बंदियों से राखी बंधवाई। राखी बांधने वाली महिला बंदियों को 100 रुपए का कूपन और मिष्ठान दिया गया। इस दौरान बाहर से आए परिजनों में एक बंदी के पुत्र ने गाना भी सुनाया इसकी सराहना की गई।
इससे पूर्व कारागार मंत्री ने जेल में स्थापित कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जेल में लगे सीसीटीवी, वीडियो वॉल को भी देखा। मंत्री ने जेल की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक बृजेश कुमार के साथ जेलर आरके सिंह, संजय, डिप्टी जेलर ज्ञानलता पाल, मनोरमा, मनोज सिंह के अलावा समस्त अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
लखनऊ जेल में भी धूमधाम से मना रक्षाबंधन
राजधानी की जिला जेल में भी रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाया गया। जेल प्रशासन ने आगंतुक महिलाओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होने पाए इसके व्यापक इंतजाम किए थे। जेलर ऋतिक प्रियदर्शी से मिली जानकारी के मुताबिक बाहर आई 2795 महिलाएं और 748 बच्चे 1425 बंदियों को राखी बांधने के लिए आए थे। इसके अलावा जेल आवासीय परिसर की 26 बच्चियों ने भी जिन बंदियों को कोई राखी बांधने के लिए नहीं आया था उन्हें रक्षा सूत्र बांधा। इस मौके पर परिक्षेत्र डीआईजी डा रामधनी के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे।