मारकर शव फेंक दिया इंदिरा नहर में
आशियाना क्षेत्र में हुई घटना का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। आशियाना क्षेत्र से लापता बुजुर्ग कॉस्मेटिक व्यापारी की हत्या किसी और ने नहीं उन्हीं के किराएदारों ने मौत की नींद सुलाया था। पुलिस ने दो हत्यारों को गिरफ्तार कर इस घटना का खुलासा किया है। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि आशियाना क्षेत्र निवासी कॉस्मेटिक व्यापारी 70 वर्षीय वीरेंद्र नरूला की परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जांच पड़ताल में सामने आया कि आलमबाग में मानक नगर स्थित घर में किराए पर रहने वाले दो युवकों ने उनकी हत्या कर दी। उसके बाद शव को बाइक से ले जाकर इंदिरा नहर में फेंक दिया था। बताया गया कि एल्डिको उद्यान कॉलोनी निवासी वीरेंद्र नरूला अपनी पत्नी अमला के साथ रहते हैं। उनके बेटे सिद्धार्थ और गौरव अपने-अपने घर में रहते हैं। वीरेंद्र का एक मकान मानक नगर में है, जिसमें हरिवंश सिंह अपनी पत्नी बलजीत कौर और बेटे सुखविंदर उर्फ विक्की व अजीत उर्फ टीटू के साथ 14 सालों से किराए पर रह रहे हैं।
किरायेदारी को तीन वर्ष से चल रहा था विवाद
बताया जा रहा है कि वीरेंद्र रविवार बाइक से किराया लेने गए थे। लेकिन घर नहीं लौटे। बेटे सिद्धार्थ ने मोबाइल स्वीच ऑफ होने पर पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने किराएदार की तब इसका खुलासा हुआ कि वे लोग वीरेंद्र की जान लेने के बाद शव को गोसाईगंज क्षेत्र स्थित इंदिरा नहर में फेंक दिया।
मोटरसाइकिल पर लाद कर ले गए थे शव
पुलिस के मुताबिक आरोपी भाइयों ने पूछताछ में बताया कि किराये को लेकर विवाद में मारपीट हो गई। जिसमें कॉस्मेटिक व्यापारी वीरेंद्र की मौत हो गई। जिसके बाद दोनों भाइयों ने शव को बाइक पर अपने बीच में रखकर करीब दस किलोमीटर दूर इंदिरा नहर में फेंक आए। जिसके बाद उन्हें पकड़ कर शव की तलाश की जा रही है।
व्यापारी की आखिरी लोकेशन से हुआ पुलिस को शक
पुलिस सूत्रों के मुताबिक व्यापारी वीरेंद्र के मोबाइल की लास्ट लोकेशन उनके पुराने घर की मिली। साथ ही पास ही लगे एक सीसीटीवी में वह जाते तो दिखे, लेकिन लौटते नहीं।
जिसके बाद पुलिस ने किरायेदारों से हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। जिसमें उन्होंने हत्या की बात कबूल की। पुलिस ने सुखविंदर सिंह उर्फ विक्की व अजीत सिंह उर्फ टीटू को गिरफ्तार कर किया खुलासा।